महाराष्ट्र कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने पार्टी प्रमुख नाना पटोले के साथ अनबन को लेकर पद छोड़ा, आलाकमान को भेजा इस्तीफा
महाराष्ट्र कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने राज्य इकाई प्रमुख नाना पटोले के साथ कथित मनमुटाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे अपने पत्र के सामने आने के एक दिन बाद मंगलवार को राज्य विधायक दल के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया। पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी। थोराट ने अपना इस्तीफा पार्टी आलाकमान को भेज दिया है।
कांग्रेस नेता सत्यजीत तांबे के मामा हैं, जिन्होंने हाल ही में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में नासिक डिवीजन स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद चुनाव जीता था। थोराट एक कट्टर कांग्रेस के वफादार हैं और इससे पहले उन्होंने कई प्रमुख मंत्री विभागों को संभालने के अलावा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है।
थोराट के एक सहयोगी ने कहा था कि कांग्रेस नेता ने पार्टी आलाकमान को पत्र लिखकर पटोले के साथ काम करने में असमर्थता जताते हुए लिखा था, क्योंकि पटोले का उनके प्रति "क्रोध" था। सहयोगी ने कहा कि थोराट ने यह भी कहा कि निर्णय लेने से पहले उनसे सलाह नहीं ली जा रही थी।
यह मामला थोराट के बहनोई और तत्कालीन नासिक स्नातक विधान पार्षद सुधीर तांबे के कांग्रेस के आधिकारिक उम्मीदवार होने के बावजूद चुनाव लड़ने से इनकार करने के कुछ दिनों बाद सामने आया। उनके पुत्र सत्यजीत तांबे ने तब निर्दलीय चुनाव लड़ा और चुनाव जीता, जिसके परिणाम 2 फरवरी को घोषित किए गए।
सूत्रों ने बताया कि जहां इस प्रकरण के कारण कांग्रेस को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा, वहीं कंधे की चोट से उबर रहे थोराट की चुप्पी को ताम्बे पिता-पुत्र की जोड़ी के मौन समर्थन के रूप में देखा गया।