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01 September 2016

ब्रिक्स पर्यटन समिट के उद्घाटन में नहीं पहुंचे महेश शर्मा

पीआईबी

पटवा ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से पर्यटन को बढ़ाने के अच्छे अनुभव हमारे सामने आ सकेंगे। आगे भी इस तरह के आयोजन भारत सरकार के सहयोग से मध्य प्रदेश में होते रहेंगे। इस अवसर पर भारत सहित ब्रिक्स देशों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस समिट के उद्घाटन हेतु केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री महेश शर्मा किसी कारणवश कार्यक्रम में नहीं आ सके।

इस मौके पर भारत सरकार के पर्यटन सचिव विनोद जुत्शी ने बताया कि समिट का उद्देश्य ब्रिक्स देशों के आपसी सहयोग एवं नवीनतम तकनीक का उपयोग कर पर्यटन को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम में दक्षिण अफ्रीका एवं चीन के पर्यटन विभाग के प्रतिनिधि ने भी समिट के सफल आयोजन हेतु अपने विचार व्यक्त किए। समिट में उक्त प्रतिनिधियों के संबोधन उपरांत देश की विविधता पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। समिट के दूसरे सत्र में भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा अतुल्य भारत की थीम पर आधारित प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया। इसके बाद क्रमश: ब्रिक्स देशों एवं मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार राज्य का तथा अंत में इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स द्वारा पर्यटन पर आधारित प्रेजेंटेशन दिया गया।

दक्षिण अफ्रीका के पर्यटन मंत्री डी ए हानेकाम ने इस समिट में स्थायी तौर पर ब्रिक्स वर्किंग स्टीम ऑन टूरिज्म गठित करने का आज प्रस्ताव किया जिसमें सरकार तथा निजी क्षेत्र के प्रतिनिधि शामिल होंगे और वे सदस्य देशों में टूरिज्म क्षेत्र में वृद्धि के लिए काम करेंगे। एक आधिकारिक विग्यप्ति के अनुसार दक्षिण अफ्रीकी मंत्री ने कहा कि भारत की प्राचीन सभ्यता और संस्कृति है और खजुराहो जैसे कई धरोहर स्थल है जहां पर्यटकों को बार-बार जाना चाहिए। (एजेंसी)

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TAGS: ब्रिक्स, पर्यटन समिट, दक्षिण अफ्रीका, खजुराहो, मध्य प्रदेश, सुरेंद्र पटवा
OUTLOOK 01 September, 2016
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