जम्मू: बस पर ग्रेनेड हमले में हिजबुल मुजाहिदीन का हाथ, हमलावर गिरफ्तार
जम्मू के बस स्टैंड पर बस में हुए हमले के पीछे आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन का हाथ था। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने यह बात कही है। पुलिस ने बताया कि बस में ग्रेनेड हमला करने वाले यासिर भट्ट को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। पुलिस ने बताया कि यासिर भट्ट ने हिज्बुल कमांडर के कहने पर जम्मू बस स्टैंड पर बस में ग्रेनेड फेंका था।
एक शख्स की मौत, 32 घायल
गुरुवार को जम्मू में बस स्टैंड पर खड़ी एक बस पर ग्रेनेड फेंका गया था, जिसके बाद एक बड़ा धमाका हुआ। इस हमले में एक की मौत हो गई है, जबकि 32 लोग घायल हो गए। एक घायल की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। यह धमाका सुबह करीब 12.30 बजे हुआ था, घायलों को जम्मू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। इस हमले के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस के IGP एमके सिन्हा ने पुष्टि की थी कि ये हमला ग्रेनेड से किया गया था।
इसके बाद शाम को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने खुलासा किया कि बस में ग्रेनेड हमला करने वाले को गिरफ्तार कर लिया गया है। हमले के बाद आरोपी घटनास्थल से भागने की फिराक में था, लेकिन पुलिस ने उसको दबोच लिया। आरोपी की पहचान यासिर भट्ट के रूप में हुई है। वह आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़ा है। उसने हिज्बुल कमांडर के कहने पर बस पर ग्रेनेड हमला किया था।
वहीं, हमले के बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने इलाके को घेर लिया था। जिस जगह ये धमाका हुआ है, वह भीड़भाड़ वाला इलाका है। ऐसे में पुलिस तुरंत वहां पहुंची और लोगों को हटाया. इस हमले के बाद ना सिर्फ बस स्टैंड बल्कि पूरे शहर की सुरक्षा को बढ़ाया गया। पुलिस ने हमलावर तक पहुंचने के लिए घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला।
राज्यपाल ने की निंदा
वहीं, जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल ने सत्यपाल मलिक ने इस हमले में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये और घायलों को 20-20 हजार रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। उन्होंने इस हमले की कड़ी निंदा भी की है।
ये ब्लास्ट राज्य परिवहन की बस में हुआ, जिस दौरान ये धमाका हुआ बस जम्मू के बस स्टेशन पर ही खड़ी थी। कुछ सवारियां उस दौरान बस में ही थे।
धमाके के पास वाली जगह पर ही मौजूद कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यहां पर ग्रेनेड से हमला हुआ है जिस बस में हमला हुआ था उसमें करीब 20-25 लोग बैठे हुए थे।
मुफ्ती ने की हमले की निंदा
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर इस हमले की निंदा की है। उन्होंने लिखा कि कुछ लोग हमें बांटने की कोशिश कर रहे हैं, हमें एकजुट रहना चाहिए तभी ऐसी ताकतों को हराया जा सकता है। मुफ्ती के अलावा उमर अब्दुल्ला ने भी हमले की निंदा की।
पुलवामा में हुआ था बड़ा आतंकी हमला
14 फरवरी को कश्मीर घाटी के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट जारी है। पुलवामा हमले के बाद भी कई ऐसे इनपुट आते रहे हैं जिसमें एक और हमले का शक था। यही कारण है कि पूरे राज्य में सुरक्षा के चाक-चौबंद पुख्ता किए गए हैं। पुलवामा में हुए आतंकी हमले में आरडीएक्स का इस्तेमाल हुआ था, जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे। पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।
10 महीने में तीसरा हमला
बीते दस महीने में इस बस स्टैंड पर ये तीसरा हमला हुआ है। इससे पहले दिसंबर 2018 में यहां ब्लास्ट हुआ था, जिसमें किसी को नुकसान नहीं पहुंचा था। वहीं 24 मई 2018 को हुए ब्लास्ट में यहां दो पुलिसकर्मी घायल हुए थे।