यूपी बार्डर पर प्रवासी मजदूरों की लगी भारी भीड़, सीएम के आदेश के बाद भी प्रशासन ने घुसने से रोका
कोरोना वायरस की वजह से पूरे देशभर में लॉकडाउन से प्रवासी मजदूरों के लिए घर पहुंचना मुसीबत बन गया है। गुरुवार को जब मजदूर अपने घरों को पैदल और अन्य साधानों से जा रहे तो यूपी पुलिस की ज्यादती सामने आई जिस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया था कि वह मजदूरों को घर पहुंचाने की व्यवस्था कराएंगे। इसी उम्मीद पर शुक्रवार को लोग दिल्ली से गाजियबाद की ओर पैदल ही निकल पड़े कि उन्हें गाजियाबाद में लालकुआं से बसें मिल जाएंगी लेकिन उनकी उम्मीदों पर तब पानी फिर गया जब बार्डर पर प्रशासन ने उन्हें यूपी में घुसने ही नहीं दिया। देर रात तक बार्डर पर लोगों की भीड़ जमा हो गई और अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।
परिवहन सेवाओं के अभाव में दिल्ली-यूपी सीमा के पास गाजीपुर में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में अपने घरों की ओर पैदल जाने वालों को भारी संख्या में देखा गया। इसी तरह की भीड़ कालिंदी कुंज बार्डर पर देखी गई। प्रवासी मजदूर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आश्वासन पर गाजियाबाद से बसें लेने के लिए यहां आए थे।
दिल्ली और यूपी की सरकारें नहीं ले रही सुध
लॉकडाउन के बाद गरीब तपकों को सबसे बड़ी चिंता अपने घर पहुंचने की है। शुक्रवार को उन्हें ऐसी खबर मिली की यूपी बॉडर से बसें चल रही है जिससे वो अपने-अपने घर जा सकते है। इस आस में नोएडा, बवाना और अन्य इलाकों से लोग पहुंचने लगे। लेकिन यहां पहुंचने के बाद यूपी पुलिस ने उन्हें बॉडर पर ही रोक दिया। मौके पर मौजूद आउटलुक के संवाददाता ने जब यूपी प्रशासन से इस बाबत सवाल पूछे तो उनका कहना था कि दिल्ली सरकार ने सभी को बस से यहां छोड़ दिया है। लेकिन, हकीकत में दिल्ली सरकार की तरफ से ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। ये सभी लोग पैदल अपने घर तक पहुंचने के लक्ष्य को लेकर यहां पहुंचे रहे हैं।अब इनकी सुध न यूपी सरकार ले रही है और न दिल्ली सरकार। ये सभी शाम से बारिश में भींगने को मजबूर है।
बारिश में भीगते रहे मजदूर
मजदूरों को बताया गया था कि गाजियाबाद के लालकुआं से उन्हें बसें मिल जाएंगी लेकिन शाम पांच बजे यूपी बार्डर पर भारी भीड़ जमा हो गई। भीड़ को देखते हुए मौके पर मौजूद एसपी और एडीएम ने लोगों को बार्डर पर रोक दिया। मजदूरों के सामने समस्या बन गई कि वह कहां जाएं। मजदूरों की बेबसी का आलम यह था कि वे बारिश में भीगते रहे लेकिन सीएम योगी के आदेशों के बावजूद मजदूरों की कोई सुनने वाला नहीं था।
केंद्र ने जारी की एडवाइजरी
बता दें कि देश में लागू लॉकडाउन में प्रवासी कामगारों, मजदूरों का पलायन जारी है। कोई पैदल जा रहा है तो कोई किसी दूसरे से लिफ्ट लेकर अपने घरों की ओर लौट रहे हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने लॉकडाउन के दौरान बड़े पैमाने पर हो रहे इस पलायन को रोकने के लिए राज्य सरकारों को एडवाइजरी जारी की है। गृह मंत्रालय ने राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को एडवाइजरी जारी कर बड़े पैमाने पर प्रवासियों, खेतिहर और औद्योगिक मजदूरों तथा असंगठित क्षेत्र के कामगारों का पलायन रोकने को कहा है।
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