असम में तेल के कुएं में लगी भीषण आग, 27 मई से हो रहा था गैस का रिसाव
असम के तिनसुकिया जिले के बागजन में स्थित सरकारी गैस कंपनी ऑयल इंडिया लिमिटेड (आईओएल) के गैस के कुएं में विस्फोट के बाद मंगलवार को भीषण आग लग गई। मौके पर राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ की एक टीम मौजूद है। घटना में फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। इस कुएं में 27 मई को भी विस्फोट हुआ था जिसके बाद से तेल और गैस का रिसाव जारी था।
आईओएल के इस कुएं में विस्फोट के दौरान सिंगापुर के विशेषज्ञ और अन्य कई इंजीनियर भी काम पर थे। गैस पर काबू पाया जाता इससे पहले ही यह हादसा हो गया। इसमें कुछ श्रमिकों के घायल होने की सूचना है।
सहायता के लिए सेना मांगी
असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि घटनास्थल पर मौजूद पुलिस, अर्धसैनिक और एनडीआरएफ की टीमें इलाके में स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रही हैं। मैंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात कर आग बुझाने के लिए भारतीय वायु सेना से सहायता मांगी है।
कुछ ही क्षणों में छा गया अंधेरा
ओआईएल के प्रवक्ता त्रिदिव हजारिका ने बताया कि विस्फोट का सही कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। एक प्रत्यत्रदर्शी ने कहा कि हमने विस्फोट सुना और कुछ ही क्षणों में आकाश में अंधेरा छा गया। हर जगह आग लगी थी।
स्थानीय लोगों और पर्यावरणविदों का कहना है कि इससे यह जगह हमेशा के लिए खराब हो जाएगी। तेल के रिसाव से पहले से ही आसपास के जलाश्यों में डोल्फिन और कई मछलियां मर चुकी हैं।
25 सौ लोगों को किया जा चुका है शिफ्ट
27 मई को हुए विस्फोट के बाद इस साइट से दो किलोमीटर दूर राहत शिविरों में पहले ही करीब 25 सौ लोगों को शिफ्ट किया जा चुका है। इस साइट के दक्षिण में मैगुरी-मोटापुंग आर्द्रभूमि, एवियन और जलीय प्रजातियों के लिए जाना जाने वाला एक स्थान है, जो एक किलोमीटर दूर भी नहीं है और उत्तर में दो किलोमीटर की दूरी पर डिब्रू साइकहोवा नेशनल पार्क एक और जैव विविधता हॉटस्पॉट है।