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20 July 2017

राज्यसभा से मंजूर हुआ मायावती का इस्तीफा

बता दें कि 18 जुलाई को इस्तीफा देने के बाद बसपा सुप्रीमो मायवाती ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि सहारनपुर हिंसा में दलितों के उत्पीड़न पर मुझे बोलने का मौका सत्ता पक्ष ने नहीं दिया, इसलिए मैंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया। मायावती ने कहा, 'मैं जिस समाज से आती हूं अगर उसकी बात ही सदन में ना रख सकूं तो ऐसे में मेरे यहां रहने का क्या लाभ'।

बुधवार को राज्यसभा के उपसभापति पीजे कुरियन ने मायावती से अपना इस्तीफा वापस लेने की अपील की। सभापति ने कहा कि सदन की इच्छा है कि मायावती अपना इस्तीफा वापस लें। इसके बाद मायावती गुरुवार को दोबारा इस सिलसिले में उपसभापति से मिली और उन्होंने एक लाइन में अपना हस्तलिखित इस्तीफा दिया, जिसके बाद उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया गया।

 

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गौरतलब है कि इससे पहले 18 जुलाई को राज्यसभा में बोलने का मौका नहीं दिए जाने से नाराज बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस्तीफा दे दिया था। तीन पेज का अपना इस्तीफा उन्होंने सभापति से मिलकर दिया। मायावती इस बात से नाराज थीं कि शून्यकाल के दौरान उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में दलितों पर हुए अत्याचारों पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव पेश करने के बाद उन्हें बोलने के लिए सिर्फ तीन मिनट का समय दिया गया। इस मुद्दे पर सदन में काफी हंगामा भी हुआ था। हालांकि मायावती का उस वक्तद तकनीकी वजह से इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया।

 

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TAGS: Mayawati, resignation, accepted
OUTLOOK 20 July, 2017
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