महबूबा बोलीं, शांति के लिए पाक से बातचीत जरूरी
जम्मू-कश्मीर में लगातार दो आतंकी हमलों के बीच राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज विधानसभा में कहा कि पाकिस्तान के साथ बातचीत के बिना शांति लाना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ मीडिया हाउस ने इस तरह का वातावरण बना दिया है कि यदि हम पाकिस्तानी के साथ बातचीत की बात करते हैं तो हमें राष्ट्रविरोधी करार दिया जाता है।
महबूबा ने मीडिया से अपील की कि वह घाटी में शांति लाने में सहयोग करे। उन्होंने कहा कि हमने पाकिस्तान से कई जंग लड़े और जीते लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकला। उन्होंने कहा कि आखिर कबतक हमारे जवान और नागरिक मारे जाते रहेंगे। ऐसे में बातचीत से ही हल खोजा जा सकता है। आज विधानसभा सत्र का आखिरी दिन था।
इस बीच, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान को अपनी हरकतों से बाज आने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि जितन आतंकवाद बढ़ेगा उतनी मुसीबत आएगी और उनके मुल्क में ज्यादा मुसीबत आएगी। अब्दुल्ला ने कहा कि वहां कुछ भी नहीं रहेगा। अगर यही सूरत रही तो हिंदुस्तान की हुकूमत को भी सोचना पड़ेगा कि अगला कदम क्या होगा।
Jitna aatankwad badhega, utni musibat aayegi, aur unke mulq me jyada musibat aayegi. Waha kuch bhi nahi rahega. Agar yahi surat rahi to Hindustan ki hukumat ko bhi sochna padega ki agla kadam kya hoga: Former J&K Chief Minister Farooq Abdullah on #SunjwanArmyCampAttack pic.twitter.com/E49O1zRjJB
— ANI (@ANI) 12 फ़रवरी 2018
दूसरी ओर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सबसे परेशान करने वाली बात यह है कि हमला अब जम्मू में हो रहा है जो सदैव सुरक्षित था। उन्होंने कहा कि कश्मीर तो असुरक्षित था ही अब सरकार ने जम्मू को भी असुरक्षित बना दिया। अगर सरकार लोगों को सुरक्षा नहीं दे पा रही है तो उसकी नीतियों में कोई दोष है।
The most disturbing fact is that attacks are now taking place in Jammu which had always been safe. Kashmir was unsafe & now this govt has made Jammu unsafe too. If centre is not being able to provide them security it means there is some fault with their policies: Ghulam Nabi Azad pic.twitter.com/iLg9kwuaKM
— ANI (@ANI) 12 फ़रवरी 2018