मोदी प्राइम मिनिस्टर नहीं प्राइम टाइम मिनिस्टर : राहुल
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'प्राइम टाइम मिनिस्टर' कहते हुए चुटकी ली। राहुल ने कहा, जब लोग पुलवामा में हुई मौतों पर रो रहे थे, तो मोदी "प्रसन्नता" से फोटोशूट में लगे हुए थे। पुलवामा में 40 सैनिकों की हत्या की खबर के तीन घंटे बाद भी ‘प्राइम टाइम मिनिस्टर’ ने फिल्म की शूटिंग जारी रखी।
राहुल गांधी ने कहा कि " शहीदों के परिजनों के दिल में बहुत दर्द था, वे लोग 'भावनाओं के समुद्र' में थे जबकि पीएम एक नदी पर फोटोशूट करा रहे थे और हंस रहे थे। कांग्रेस अध्यक्ष ने झील पर फोटोशूट का उदाहरण देते हुए हिंदी में ट्विट किया।
राहुल गांधी के ट्विट से पहले पार्टी के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में 1989 के बाद से जम्मू-कश्मीर में सबसे खराब हमले के तुरंत बाद मोदी की कार्रवाई पर सवाल उठाया था। इस हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवान मारे गए थे।
कांग्रेस ने मोदी से पूछा कि उन्होंने उत्तराखंड के रुद्रपुर जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए हमले में शहीद और उनके पीड़ितों का उल्लेख क्यों नहीं किया। मनीष तिवारी ने कहा कि हम जानना चाहते हैं कि जब हमला हुआ तब 3 बजकर 10 मिनट से 5 बजकर 10 मिनट के बीच मोदी क्या कर रहे थे।
तिवारी ने याद दिलाया कि 4 बजकर 40 मिनट पर वे मोबाइल फोन के जरिये रैली को संबोधित कर रहे थे। जहां तक हमें जानकारी है उन्होंने एक बार भी हमले का जिक्र नहीं किया। तिवारी ने सुबूत के तौर पर डीडी न्यूज का वीडियो भी दिखाया।
तिवारी ने कहा कि यदि वे पुलवामा हमले की निंदा करते तो उन्हें शहीदों को श्रद्धांजलि भी देनी पड़ती, लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि मोदी ने ऐसा जानबूझ कर किया और तय किया कि वे शहीदों का जिक्र ही नहीं करेंगे। इससे बड़ी असंवेदनशीलता कुछ नहीं हो सकती।
प्रवक्ता मनीष तिवारी ने पूछा कि क्या वे हमले से अनभिज्ञ थे या उनके दफ्तर ने इसकी सूचना उन्हें नहीं दी थी या उनसे संपर्क नहीं साधा जा सकता था।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत एक परमाणु संपन्न शक्ति देश है और एक और परमाणु संपन्न शक्ति देश पाकिस्तान से घिरा हुआ है। देश ऐसे नेताओं को बर्दाश्त नहीं कर सकता है जो समय पर बात नहीं कर सकते हैं। यदि मोदी को यह पता ही नहीं था कि हमला हो गया है तो यह बहुत बड़ी विफलता है।