मध्य प्रदेश: कफ सिरप मामले में डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन, सरकारी डॉक्टर की रिहाई की उठाई मांग
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए), मध्य प्रदेश शाखा के प्रतिनिधियों और डॉक्टरों ने मंगलवार को छिंदवाड़ा जिले में एक विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें एक सरकारी डॉक्टर प्रवीण सोनी की रिहाई की मांग की गई, जिन्हें हाल ही में जिले में कफ सिरप के कथित सेवन से बच्चों की मौत के संबंध में जेल भेजा गया था।
डॉ. सोनी छिंदवाड़ा के परासिया स्थित सिविल अस्पताल में सरकारी शिशु रोग विशेषज्ञ हैं, जिन्हें हाल ही में निलंबित कर दिया गया था और बाद में उन पर कानूनी कार्रवाई की गई, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें सोमवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
आईएमए प्रतिनिधि और डॉक्टरों ने डॉ. सोनी की रिहाई की मांग को लेकर जिला अस्पताल के बाहर बांहों पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया और चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो बुधवार से आईएमए के तत्वावधान में प्रदेश भर के सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी क्लीनिकों के डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘हम यहां डॉ. सोनी की तत्काल रिहाई की मांग करने के लिए एकत्र हुए हैं।आज हम काली पट्टी बाँधकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और अगर कल तक डॉक्टर को रिहा नहीं किया गया तो हम कल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएँगे। दवा कंपनी और औषधि नियंत्रक संस्थाओं को दवा का परीक्षण करके उसे बाज़ार में उपलब्ध कराना चाहिए था। डॉक्टर न तो घटकों की मात्रा पढ़ सकते हैं और न ही बोतल पर लिखा होता है। केवल सामग्री का उल्लेख है, आधार का नहीं। हम बस यही चाहते हैं कि डॉक्टर को जल्द से जल्द रिहा किया जाए," छिंदवाड़ा स्थित आईएमए की अध्यक्ष अर्पणा शुक्ला ने कहा।अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) धीरेंद्र सिंह ने एएनआई को बताया कि प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने सोनी के लिए एक ज्ञापन सौंपा और उन्हें उचित चैनल से संपर्क करने की सलाह दी गई।इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के प्रतिनिधियों ने डॉ. सोनी की रिहाई की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा, जिन पर हाल ही में जिले में कथित तौर पर कफ सिरप के सेवन से बच्चों की मौत के संबंध में कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ा था।