कोरोना से बचाने के लिए मुंबई पुलिस का आदेश, 55 साल से ज्यादा उम्र के कर्मी घर पर रहें
देश और दुनिया में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या 8 हजार को पार चुकी है तो मुंबई भी कोरोना की बड़ी हॉटस्पाट बनी हुई है। मुंबई पुलिस के तीन पुलिसकर्मियों की मौत कोरोना की वजह से हुई है। इस बीच मुंबई पुलिस कमिश्नर ने 55 साल से अधिक उम्र के पुलिसकर्मियों को घर पर रहने का निर्देश जारी किया है।
कोरोना संक्रमण के चपेट में आते देख मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने आदेश जारी कर कहा है कि पुलिस फोर्स में 55 वर्ष से अधिक उम्र के पुलिसकर्मियों को खासकर जिन्हें शुगर, बीपी, हृदय या अन्य मेडिकल संबंधी तकलीफ है, उन्हें ज्यादा रिस्क है, यह पुलिसकर्मी घर पर रहेंगे। इनकी कोई भी जरूरत फोर्स पूरी करेगी लेकिन कोई पुलिसकर्मी अपने आप को फिट महसूस कर ड्यूटी पर आना चाहे तो वो आ सकता है।
तीन पुलिसकर्मियों की हो चुकी है मौत
वर्ली इलाके में रहने वाले मुंबई पुलिस के हेड कान्स्टेबल चंद्रकांत की उम्र 57 साल की थी। उन्हें मुंबई के नायर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 25 अप्रैल को उन्होंने दम तोड़ दिया। चंद्रकांत की ड्यूटी मुंबई के वाकोला पुलिस स्टेशन में थी। 54 साल के कान्स्टेबल शिवाजी नारायण सोनावणे ने भी कोरोना से लड़ते हुए अपनी जान गवा दी.। शिवाजी नारायण सोनावणे कुर्ला ट्रैफिक डिवीजन में तैनात थे। इलाज के दौरान संदीप महादेव सुर्वे ने भी दम तोड़ दिया। शिवाजी सोनावणे की उम्र 56 साल थी।
अलग से अस्पताल किए गए रिजर्व
महाराष्ट्र में अभी काफी संख्या में पुलिसकर्मी कोरोना महामारी से पीड़ित हैं। इन घटनाओं से सबक लेते हुए अब राज्य सरकार ने पुलिस वालों के लिए अलग से विजिलेंस सेल बनाया है और दो अस्पताल भी उनके लिए रिजर्व किए गए है जहां पुलिस वालों को ही रखा जाएगा। साथ ही हर अस्पताल में पुलिस वालों के लिए अलग से कमरों की व्यवस्था की गई है। बता दें कि वैसे तो कोरोना वायरस की महामारी हर उम्र के व्यक्ति को अपना शिकार बना रही है, लेकिन अधिक उम्र के लोगों को इससे ज्यादा खतरा है क्योंकि उनका इम्युन सिस्टम कमजोर होता है, यही वजह है कि स्वास्थ्य मंत्रालय और एक्सपर्ट लगातार बच्चों और बुजुर्गों का ध्यान रखने की सलाह दे रहे हैं।