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19 June 2017

मुंबई का ताज महल पैलेस बना दुनिया की पहली ट्रेडमार्क बिल्डिंग

दरअसल, दुनिया की चुनिंदा ट्रेडमार्क वाली संपत्तियों के क्लब में न्यूयॉर्क की एम्पायर स्टेट बिल्डिंग, पेरिस का एफिल टावर और सिडनी का ओपेरा हाउस भी शामिल हैं। आमतौर पर लोगो, ब्रांड नेम, कलर, नंबर्स और साउंड्स आदि का ट्रेडमार्क लिया जाता है, लेकिन 1999 में ट्रेडमार्क अधिनियम लागू होने के बाद से बिल्डिंग के डिजाइन के पंजीकरण का प्रयास कभी नहीं किया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ताज महल पैलेस होटल को चलाने वाली कंपनी इंडियन होटल्ट कंपनी लिमिटेड (आईएचसीएल) के जनरल काउन्सल राजेन्द्र मिश्र ने कहा कि हमने इसकी विशिष्टता की रक्षा के लिए ऐसा किया है। यह आईएचसीएल के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। कंपनी के रेवेन्यू में इसका 2391 करोड़ का हिस्सा है। ताज महल पैलेस होटल को गेटवे ऑफ इंडिया से भी पहले साल 1903 में बनाया गया था। इसने भारतीय नौसेना को रास्ता दिखाने के लिए एक त्रिकोणीय बिंदू का भी काम किया। वहीं, इससे पहले विश्व युद्ध के दौरान इस प्रॉपर्टी को हॉस्पिटल में बदल दिया गया था। साल 2008 में जब इस होटल में आतंकी हमला हुआ था तब इस होटल के ऊपर बना गुंबद धुएं से घिर गया था। इस होटल की यह तस्वीर मुंबई आतंकी हमले का सिंबल बन गई।

राजेन्द्र मिश्र ने कहा कि आजकल बनने वाले होटलों के पास कोई खास डिजाइन नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बिल्डिंग को रजिस्टर कराने में उन्हें सात महीने का वक्त लग गया। आईएचसीएल की ट्रेडमार्किंग के बाद अब कोई भी कंपनी की बिना इजाजत के ताज महल पैलेस की फोटो का व्यावसायिक इस्तेमाल नहीं कर सकेगा। अभी कुछ दुकानों पर होटल के फोटो के साथ फोटो फ्रेम और कफलिंक जैसे सामान बेचे जा रहे हैं। हाल ही में न्यूयॉर्क में एक ट्रेडमार्क वाली एम्पायर स्टेट बिल्डिंग की फोटो का इस्तेमाल एक आदमी ने बियर के लोगो के रूप में किया था जिसके बाद उस आदमी को कंपनी अदालत में खींच लाई थी।

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TAGS: मुंबई, ताज महल पैलेस, दुनिया, पहली ट्रेडमार्क, बिल्डिंग, Mumbai, Taj Mahal palace, becomes first, Indian building, get trademark
OUTLOOK 19 June, 2017
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