Advertisement
29 March 2025

म्यांमार भूकंप: मृतकों की संख्या 1,644 पहुंची, 3,408 से अधिक घायल; 139 अभी भी लापता

file photo

म्यांमार में शनिवार को राजधानी न्यापीडॉ में रिक्टर पैमाने पर 5.1 तीव्रता वाले एक और भूकंप ने म्यांमार को हिलाकर रख दिया।यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, दोपहर के समय म्यांमार में भूकंप आया, जिसका केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के पास था। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, इसके बाद सात झटके महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता 3.5 से 7 के बीच थी। शुक्रवार को आए इन घातक झटकों से देश में कम से कम 1,000 लोगों की मौत हो गई और 2,300 अन्य घायल हो गए।

म्यांमार के सैन्य नेतृत्व का कहना है कि मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,644 हो गई है, जबकि घायलों की संख्या बढ़कर 3,408 हो गई है, जबकि 139 लापता हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को म्यांमार में सैन्य नेतृत्व वाली सरकार के प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग से बात की और कहा कि भारत वहां आए भीषण भूकंप से हुई तबाही से निपटने में देश के साथ एकजुटता से खड़ा है।

मोदी ने एक्स पर कहा, "म्यांमार के वरिष्ठ जनरल महामहिम मिन आंग ह्लाइंग से बात की। विनाशकारी भूकंप में हुई जानमाल की हानि पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। एक करीबी दोस्त और पड़ोसी के रूप में, भारत इस कठिन समय में म्यांमार के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है।" उन्होंने 'ऑपरेशन ब्रह्मा' का भी उल्लेख किया जिसके माध्यम से भारत म्यांमार के प्रभावित क्षेत्रों में आपदा राहत सामग्री, मानवीय सहायता, खोज और बचाव दल भेज रहा है।

Advertisement

यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने कहा कि भूकंप दोपहर करीब 2.50 बजे म्यांमार की राजधानी नेपीडॉ के पास 10 किलोमीटर की गहराई पर आया। शुक्रवार को आए झटकों के कारण नेपीडॉ में फोन और इंटरनेट के साथ-साथ सड़क संपर्क पहले ही क्षतिग्रस्त हो चुका है और बचावकर्मी वर्तमान में इसे ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं।

यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, म्यांमार में दोपहर के समय भूकंप आया, जिसका केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के पास था। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, इसके बाद सात झटके आए, जिनकी तीव्रता 3.5 से 7 के बीच थी। भीषण भूकंप के कारण इमारतें, पुल और एक मठ भी नष्ट हो गए।

भारत म्यांमार में 7.7 तीव्रता के भूकंप और उसके बाद आए भूकंप के बाद राहत और बचाव कार्य में मदद के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 80 कर्मियों की एक टुकड़ी भेज रहा है। ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत भेजे जा रहे कर्मियों के पास खोज अभियान को सुविधाजनक बनाने के लिए मजबूत कंक्रीट कटर, हथौड़े और ड्रिल मशीन जैसे उपकरण होंगे।

म्यांमार के सैन्य शासन का कहना है कि उसने मांडले हवाई अड्डे पर एक अस्थायी अस्पताल और राहत शिविर खोला है। भूकंप के दौरान रनवे क्षतिग्रस्त होने के कारण हवाई अड्डा वर्तमान में चालू नहीं है, लेकिन सेना का कहना है कि वह उड़ानें फिर से शुरू करने के लिए काम कर रही है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
OUTLOOK 29 March, 2025
Advertisement