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12 January 2023

शिक्षा मंत्री के विवादित बयान से 'अनजान' नीतीश कुमार, बोले- हमको पता नहीं है, चंद्रशेखर बोले- अपने बयान पर कायम हूं

ट्विटर/एएनआई

बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है। एक तरफ जहां बीजेपी ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज की है, तो वहीं संत समाज में भी भारी आक्रोश है। शिक्षा मंत्री के विवादित बयान पर सीएम नीतीश कुमार से सवाल किया गया, वे समाधाना यात्रा के तहत गुरुवार को दरभंगा में थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने मंत्री के बयान की जानकारी ही नहीं है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए खुद ये स्वीकार किया है। इधर, बिहार के शिक्षा मंत्री रामचरितमानस पर दिए अपने बयान पर कायम है।

रामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विवादित बयान को लेकर जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कन्नी काटने की कोशिश की। सीएम नीतीश मीडिया के सवालों से बचकर निकलने की कोशिश करते नजर आए। हालांकि इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, 'हमको पता नहीं है, हमने देखा नहीं है, उनसे (मंत्री चंद्रशेखर) इस बारे में पूछ लेंगे।'

बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने अपने बयान पर अडिग रहते हुए कहा कि रामचरितमानस में कई अच्छी बातें भी हैं, लेकिन जो गलत है उस पर आवाज उठाता रहूंगा। उन्होंने कहा कि अपमानित करने वाले दोहे हटाए जाएं। वहीं, बीजेपी का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चंद्रशेखर को तुरंत बर्खास्त करें।   

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बिहार के शिक्षा मंत्री को हटाने की मांग करते हुए कहा, “ऐसे अज्ञानी मंत्री को शिक्षा मंत्री बने रहने का कोई अधिकार नहीं है, उन्हें पद से हटाया जाना चाहिए।”

इधर, लगातार बीजेपी शिक्षा मंत्री पर कार्रवाई की मांग कर ही है। गुरुवार को ट्वीट कर बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, "बिहार के शिक्षा मंत्री महा बोगस ही नहीं महा झूठा आदमी हैं। आत्ममुग्धता भरा प्रवचन सुनिए, "सिर्फ चंद्रशेखर लिखते हैं, नाम के आगे-पीछे कुछ नहीं लिखते यानी जाति से ऊपर उठ गए हैं। चुनावी पर्चा में 'यादव' लिखकर वोट मांगते हैं, काम करो, बकवास बंद करो, छात्र- युवाओं को बेवकूफ मत बनाओ।"

बिहार के शिक्षा मंत्री ने क्या कहा था?

दरअसल, नालंदा खुला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर उंगली उठाई। उन्होंने कहा, "रामचरितमानस ग्रंथ दुनिया में नफरत फैलाने का काम करती है। रामचरित मानस में लिखा गया है कि 'अधम जाति में विद्या पाए, भयहु यथा अहि दूध पिलाए'- इसका अर्थ होता है कि नीच जाति के लोग शिक्षा ग्रहण कर जहरीले हो जाते हैं, जैसे दूध पीकर सांप हो जाता है। एक युग में मनुस्मृति, दूसरे में रामचरित मानस और तीसरे युग में बंच ऑफ थॉट्स ने समाज में नफरत फैलाई है। कोई भी देश नफरत से कभी महान नहीं बना है, देश जब भी महान बनेगा, प्यार से ही बनेगा"।

 

 

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TAGS: Bihar, Nitish Kumar, 'unaware', controversial statement, Education Minister Chandrashekhar, bihar education minister, Ramcharit manas, Chandra shekhar
OUTLOOK 12 January, 2023
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