शाहीन बाग प्रदर्शन की वजह से 69 दिनों से बंद नोएडा-फरीदाबाद सड़क को कुछ देर के लिए खोला गया
शाहीन बाग में पिछले 69 दिनों से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर जारी प्रदर्शन की वजह से बंद नोएडा-फरीदाबाद सड़क को शुक्रवार को कुछ देर के लिए खोला गया। बताया जा रहा है कि इस रूट पर एक बस खराब हो गई थी, जिसकी वजह से इस सड़क को करीब 40 मिनट के लिए खोला गया, लेकिन उसके बाद इसे फिर बंद कर दिया गया।
यह रास्ता नोएडा के महामाया फ्लाईओवर के पास से फरीदाबाद और जैतपुर की ओर जाता है। हालांकि, शाहीन बाग की ओर से जाने वाली सड़क जो नोएडा को दिल्ली से जोड़ती है, उसे अभी नहीं खोला गया है।
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, दिल्ली, नोएडा और फरीदाबाद को जोड़ने वाले महामाया फ्लाईओवर वाले इलाके में भीड़भाड़ को कम करने के लिए 40 मिनट तक बेरिकेड्स को हटाया गया, जहां सीएए को लेकर पिछले साल 15 दिसंबर से उत्तर प्रदेश और दिल्ली पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग की गई है। जानकारी के अनुसार, नोएडा फिल्म सिटी के रास्ते पर गाड़ी खराब होने के कारण लंबा जाम लगने के चलते एक्सप्रेसवे की ओर से महामाया फ्लाईओवर की बैरिकेडिंग हटाई गई थी।
प्रदर्शनकारियों से जारी है बातचीत का सिलसिला
बता दें कि शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों से बातचीत का सिलसिला चल रहा है। आज भी सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नियुक्त वार्ताकार शाहीन बाग जाएंगे और प्रदर्शन कर रहे लोगों से बातचीत करेंगे। 60 से भी अधिक दिनों तक जारी इस प्रदर्शन को खत्म करने के लिए वार्ताकार दो दिनों से बातचीत कर रहे हैं। इसी सिलसिले में वार्ताकर 10 से 15 प्रदर्शनकारियों से समूहों में बातचीत करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने जताई थी चिंता
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा था कि शाहीन बाग में सड़क बंद होना परेशानी पैदा करने वाला है और प्रदर्शनकारियों को किसी दूसरी जगह जाना चाहिए जहां कोई सार्वजनिक स्थान अवरुद्ध नहीं हो। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने ने प्रदर्शनकारियों के विरोध के अधिकार को बरकरार रखा। अदालत ने वार्ताकार संजय हेगड़े से प्रदर्शनकारियों को किसी वैकल्पिक स्थान पर जाने के लिए मनाने में भी सकारात्मक भूमिका निभाने को कहा। उसने कहा कि वार्ताकार इस मामले में पूर्व नौकरशाह वजाहत हबीबुल्ला की मदद मांग सकते हैं।
आंदोलनकारियों से बातचीत के लिए कोर्ट ने की मध्यस्थों की नियुक्ति
सुप्रीम कोर्ट ने शाहीन बाग के बंद रास्ते को खुलवाने के लिए आंदोलनकारियों से बातचीत के लिए मध्यस्थों की नियुक्ति की है। मध्यस्थ संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन ने बुधवार को भी शाहीन बाग में धरना दे रहे लोगों से बातचीत की थी लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका। दोनों मध्यस्थ गुरुवार को भी धरना स्थल पर पहुंचे और लोगों से बातचीत की था।