नूपुर शर्मा के विवादित बयान पर विदेश मंत्रालय ने कहा- सरकार के विचारों को नहीं दर्शाती किसी की निजी टिप्पणी
पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी को लेकर अरब देशों में व्यापक आक्रोश का सामना कर रहे भारत ने गुरुवार को कहा कि उसने स्पष्ट कर दिया है कि यह टिप्पणी सरकार के विचारों को नहीं दर्शाती है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि जिन लोगों ने भी बयान दिए हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, "हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि ट्वीट और टिप्पणियां सरकार के विचारों को नहीं दर्शाती हैं।"
उन्होंने कहा, "यह हमारे वार्ताकारों को बता दिया गया है और तथ्य यह भी है कि संबंधित लोगों द्वारा टिप्पणी और ट्वीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। मेरे पास वास्तव में इस पर कहने के लिए अतिरिक्त कुछ नहीं है।"
विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने हाल ही में कराची में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की घटना देखी है। हमारा मानना है कि यह धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रणालीगत उत्पीड़न का एक और कार्य है। हमने पाकिस्तान सरकार को अपने विरोध से अवगत करा दिया है, उनसे अपने अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा, सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।
हाल के दिनों में संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, ईरान, ईराक, लीबिया, इंडोनेशिया, मालदीव, जॉर्डन और बहरीन समेत कई देशों ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी की निंदा की है। कतर, ईरान और कुवैत ने भारतीय राजदूतों को तलब किया।
भाजपा ने रविवार को अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा और पार्टी की दिल्ली इकाई के मीडिया प्रमुख नवीन जिंदल को पैगंबर पर कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए निलंबित कर दिया।