'मुस्लिम पार्टी' विवाद पर राहुल ने खुद को बताया कांग्रेस, कहा- मेरे लिए जाति-धर्म के खास मायने नहीं
पिछले कई दिनों से कांग्रेस को ‘मुस्लिमों की पार्टी’ कहे जाने पर मचे विवाद के बीच राहुल गंधी ने खुद को कांग्रेस बताया और कहा कि मेरे लिए जाति-मजहब के मायने कम। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि धर्म-जति मुदृा नहीं है मैं हर उस व्यक्ति के साथ खड़ा हूं जो शोषण का शिकार हो रहा है।
राहुल गंधी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, ‘मैं पंक्ति में सबसे आखिर में खड़े शख्स के साथ हूं...शोषित, हाशिये पर खड़े और सताए गए लोगों के साथ हूं। उनका धर्म, उनकी जाति, आस्था मेरे लिए खास मायने नहीं रखती। जिन्हें भी दर्द है, पीड़ा है, मैं उन्हें गले लगाना चाहता हूं। मैं नफरत और भय को मिटाना चाहता हूं। मुझे सभी जीवों से प्यार है। मैं कांग्रेस हूं।’
जानें क्या था विवाद
गौरतलब है कि कांग्रेस ‘मुस्लिम पार्टी’ का ये मामला तब सुर्खियों में आया जब एक उर्दू अखबार (इंकलाब) ने दावा किया कि राहुल गांधी ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ मुलाकात के दौरान कहा था कि कांग्रेस ‘मुस्लिम पार्टी’ है। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन तलाक बिल पर समर्थन न देने के कारण कांग्रेस पर जोरदार हमला बोलते हुए पूछा था कि कांग्रेस मुस्लिमों में भी क्या सिर्फ पुरुषों की पार्टी है।
कांग्रेस ने इस खबर को किया खारिज
वहीं, पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस खबर को खारिज करते हुए कहा था कि नरेंद्र मोदी सरकार की नाकामियां छिपाने के लिए अफवाहें फैलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस सभी जाति, धर्म, समाज और देश के हर वर्ग और हिस्से की पार्टी है। जबकि भाजपा सांप्रदायिकता फैलाने वाली और विवाद पैदा करने वाली पार्टी है और उनके सभी प्रवक्ता देश तोड़ने के लिए बयान दे रहे हैं।