Advertisement
07 January 2025

ओवैसी ने चीन नीति को लेकर एनडीए सरकार पर साधा निशाना, कहा- क्या पूर्वी लद्दाख में गश्त के अधिकार "बहाल" करने की कोई योजना है

file photo

एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को एनडीए सरकार पर उसकी चीन नीति को लेकर हमला बोलते हुए पूछा कि क्या पूर्वी लद्दाख के गलवान में गश्त के अधिकार "बहाल" करने की कोई योजना है। उन्होंने दावा किया कि दो काउंटियों के गठन को लेकर चीन के साथ केंद्र के हालिया विरोध और ब्रह्मपुत्र पर नए बांध पर "विचार करने का अनुरोध" बीजिंग को हिलाने वाला नहीं है।

उन्होंने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "क्या हमारे पास गलवान, हॉट स्प्रिंग, गोगरा, पैंगोंग और कैलाश रेंज में अपने सैनिकों के लिए गश्त के अधिकार बहाल करने की कोई योजना है? क्या हमने पूर्वी लद्दाख में अप्रैल 2020 की यथास्थिति बहाल करने की पूरी तरह से उम्मीद छोड़ दी है।" उन्होंने आरोप लगाया कि न केवल भारत की आंतरिक सुरक्षा पूरी तरह से कुप्रबंधित है, खासकर मणिपुर और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में, बल्कि समान रूप से चिंताजनक है "भारत की बाहरी सुरक्षा का कुप्रबंधन" जहां सशस्त्र बलों का लगातार राजनीतिकरण करने के प्रयासों से मामले और बिगड़ने की संभावना है।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार संसद में इन गंभीर मुद्दों पर बहस की अनुमति नहीं देती है। भारत ने 3 जनवरी को कहा कि उसने होटन प्रान्त में दो नए काउंटी बनाने पर चीन के समक्ष "गंभीर विरोध" दर्ज कराया है, जिसमें कहा गया है कि इस तरह के कदम क्षेत्र में बीजिंग के "अवैध और जबरन" कब्जे को वैधता नहीं देंगे। एआईएमआईएम अध्यक्ष ने कहा कि देश की कूटनीति "मोदी द्वारा सुश्री जिल बिडेन को महंगे हीरे उपहार में देने" तक सीमित हो गई है। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा है कि पीएम मोदी द्वारा यूएस फर्स्ट लेडी जिल बिडेन को भेंट किया गया 20,000 अमेरिकी डॉलर का हीरा 2023 में बिडेन परिवार को किसी भी विश्व नेता द्वारा दिया गया सबसे महंगा उपहार है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
OUTLOOK 07 January, 2025
Advertisement