तमिलनाडु के राज्यपाल सरकार के ‘वास्तविक’ प्रमुख नहीं : चिदंबरम
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने आज तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित पर हमला बोलते हुए कहा कि वह राज्य कार्यपालिका के ‘‘वास्तविक’’ प्रमुख नहीं हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी.चिदंबरम ने तमिलनाडु में राज्यपाल द्वारा जिलाधिकारियों की बुलाई बैठक का मुद्दा उठाया था। चिदंबरम ने ट्वीट किया था कि तमिलनाडु के सीएम को अपने पद का इस्तेमाल करते हुए जिलाधिकारियों को इस बैठक में शामिल न होने के निर्देश देने चाहिए।
सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए चिदंबरम ने कहा कि उन्हें राज भवन की ओर से जारी उस प्रेस विज्ञप्ति पर ‘हंसी आ रही है’ जिसमें उन्होंने संविधान के अनुसार राज्यपाल को राज्य कार्यपालिका का प्रमुख बताया है। साथ ही उन्हें राज्य प्रशासन से संबंधित कोई भी जानकारी प्राप्त करने का पूर्ण अधिकार होने और बिना किसी प्रतिबंध के राज्य के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करने का अधिकार होने की बात कही है।
चिदंबरम ने कहा, ‘‘राज्यपाल कार्यपालिका का केवल एक ‘‘नाममात्र’’ प्रमुख होता है, ‘‘वास्तविक’’ प्रमुख नहीं। वास्तविक प्रमुख, मुख्यमंत्री केंद्र सरकार से डरे हुए हैं, इसलिए तमिलनाडु के राज्यपाल अपने अधिकारों को पार कर रहे हैं।’’
पूर्व केंद्रीय वित्त एवं गृह मंत्री ने कहा, ‘‘अपने पद की गरिमा को बनाए रखने के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री (के पलानीस्वामी) को जिला प्रशासन को आदेश देना चाहिए कि वह राज्यपाल द्वारा बुलाई किसी भी बैठक का हिस्सा बनने से इनकार कर दें।’’
तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने एक बयान में कहा था कि आगामी माह में वह विभिन्न जिलों की यात्रा के दौरान आम लोगों एवं अधिकारियों के साथ बातचीत जारी रखेंगे।
राजभवन ने अपनी एक प्रेस विज्ञप्ति में राज्यपाल के ‘‘केंद्र के इशारे पर हस्तक्षेप करने’’ (प्रशासन में) के आरोपों को खारिज किया। उसने कहा, ‘‘ये तथ्यहीन निराधारा हैं। इन आरोपों को नजरअंदाज किया जाना चाहिए।’’