बीड रैली में बोली पंकजा मुंडे, कहा- भाजपा किसी एक की नहीं, पार्टी छोड़ने से किया इनकार
अपने पिता गोपीनाथ मुंडे की जयंती पर गुरुवार को बीड रैली में महाराष्ट्र भाजपा की नेता पंकजा मुंडे ने पार्टी के प्रति तीखे तेवर दिखाए। उन्होंने पार्टी छोड़ने की अफवाहों पर विराम लगाते हुए कहा कि पार्टी किसी एक की नहीं है। मैं इसे नहीं छोड़ रही। पार्टी कोई भी फैसला ले सकती है। पंकजा मुंडे ने 27 जनवरी को सांकेतिक भूख हड़ताल की घोषणा करते हुए कहा कि यह किसी पार्टी या व्यक्ति के खिलाफ नहीं बल्कि मराठवाडा के मुद्दे पर नेतृत्व का ध्यान खींचने के लिए होगी।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग चाहते हैं कि मैं पार्टी छोड़ दूं, इसलिए जानबूझ कर इस तरह की खबर उड़ा रहे हैं लेकिन विद्रोह उनके खून में नहीं है। वह अपने पिता गोपीनाथ मुंडे के नाम पर बने संगठन के लिए काम करती रहेंगी, लेकिन भाजपा की कोर कमेटी को छोड़ दिया है।
कुछ लोगों की बन गई है पार्टी
उन्होंने कहा, "भाजपा पहले कुछ लोगों की पार्टी थी, लेकिन बाद में राज्य के अधिकांश लोगों ने इसे स्वीकार कर लिया। यह मेरे पिता गोपीनाथ मुंडे का योगदान था। इसलिए मैं कहती हूं कि यह पार्टी मेरे पिता की है। यदि यह फिर से कुछ लोगों के हाथ में जा रही है तो मुझे क्यों नहीं बोलना चाहिए। पंकजा मुंडे नने कहा, "मेरी छवि को खराब का प्रयास किया जा रहा है कि मैं पद हासिल करने के लिए दबाव डाल रही हूं। मैं विधानसभा में विपक्ष के नेता पद के लिए पैरवी कर रही हूं। मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर पहले ही फैसला कर लिया गया था और इस पर मैं सहमत हो गई थी। चुनाव अभियान के आखिरी दौर तक पार्टी की जीत के लिए मैंने भरसक प्रयास किया। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी निशाना साधा।
खडसे ने पंकजा की हार को बताया साजिश
रैली में बोलते हुए, वरिष्ठ भाजपा नेता एकनाथ खडसे ने कहा कि उन्होंने पिछले चार दशकों से पार्टी की वृद्धि के लिए काम किया है "लेकिन आज पार्टी एक ऐसा माहौल बना रही है कि हमें इसे छोड़ देना चाहिए। यह अच्छी स्थिति नहीं है और महाराष्ट्र के लिए स्वीकार्य नहीं है।" खडसे ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव में उनकी बेटी रोहिणी और पंकजा मुंडे की हार के पीछे एक साजिश थी।
मराठावाडा की परली सीट पर अपने चचेरे भाई और एनसीपी उम्मीदवार धनंजय मुंडे से हाल ही में पंकजा मुंडे विधानसभा का चुनाव हार गई थीं। पिछले दिनों फेसबुक पर एक भावुक पोस्ट भी लिखा था। पंकजा ने कहा कि उनकी सरकार ने ही धनंजय मुंडे को बड़ा करने में मदद की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में लोगों की जीत से ज्यादा उनकी हार के चर्चे रहे।--