कोरोना पर पीएम मोदी की उच्चस्तरीय बैठक, बोले- गांवों मे घर-घर टेस्टिंग बढ़ाने और ऑक्सीजन की सप्लाई के इंतजाम हों
देश में कोरोना के कहर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को उच्चस्तरीय बैठक की। पीएम मोदी ने कहा कि हाई पॉजिटिविटी रेट वाले इलाकों में टेस्टिंग बढ़ाई जाए। उन्होंने गांवों में कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए कहा कि गांवों में घर-घर जाकर कोविड टेस्टिंग और सर्विलांस की व्यवस्था की जाए। गांवों तक ऑक्सीजन की सप्लाई के इंतजाम हों। इसके अलावा वेंटिलेटर्स का इस्तेमाल नहीं होने पर भी नाराजगी जताई है।
बैठक के दौरान बताया गया कि मार्च के शुरुआती हफ्ते में करीब 50 लाख टेस्ट किए जा रहे थे, जिसे अप्रैल में बढ़ाकर हर हफ्ते 1.3 करोड़ टेस्ट कर दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों को वेंटिलेटर और अन्य उपकरणों को ऑपरेट करने के लिए ट्रेनिंग दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि संक्रमितों की संख्या में ज्यादा वृद्धि के बावजूद राज्यों को कोविड-19 के मामलों को बिना किसी दबाव के पारदर्शी तरीके से सामने लाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
पीएम ने ग्रामीण इलाकों में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जरूरी उपकरणों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सशक्त बनाने पर जोर दिया। ग्रामीण क्षेत्रों में होम आइसोलेशन और इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। पीएम ने कुछ राज्यों में वेंटिलेटर का उपयोग सही से नहीं होने की कुछ रिपोर्टों को गंभीरता से लिया। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से मुहैया कराए गए वेंटिलेटर्स की इंस्टालेशन और ऑपरेशन का तत्काल ऑडिट कराने को कहा।
पीएम ने निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में ऑक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए डिस्ट्रीब्यूशन पॉलिसी तैयार की जाए। इसमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स को भी शामिल किया जाए। इनकेके सुचारू ऑपरेशन के लिए बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए। राज्यों को पारदर्शिता के साथ कोविड केसों की संख्या जारी करनी चाहिए। उन्हें इस दबाव में नहीं आना चाहिए कि ज्यादा संख्या दिखाने से महामारी पर नियंत्रण की उनकी कोशिशों पर बुरा असर पड़ेगा।
बैठक में अलग मंत्रालयों के शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया. गृहमंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री अमित शाह के अलावा आईसीएमआऱ के अधिकारी शामिल हुए। शनिवार को देश में एक दिन में 3,26,098 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद कोविड-19 के मामले बढ़कर 2,43,72,907 हो गए हैं, जबकि 3,890 और मरीजों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 2,66,207 हो गई है।