दिल्ली में जामिया के बाद अब सीलमपुर में हिंसक प्रदर्शन, पथराव, पुलिस चौकी फूंकी
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिल्ली के जामिया मिलिया में हिंसा के बाद अब पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर में हिसंक प्रदर्शन शुरु हो गया है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बसों में तोड़फोड़ की तथा पुलिस पर पथराव किया तो पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस चौकी में आग भी लगा दी।
छोड़े आंसू गैस के गोले
दोपहर दो बजे उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद में एक विरोध प्रदर्शन किया गया। लोग दोपहर लगभग एक बजकर 15 मिनट पर इकट्ठा हुए और सीलमपुर की ओर बढ़ गए। शुरू में, विरोध शांतिपूर्ण था लेकिन अचानक हिंसा फैल गई। प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों को पुलिस द्वारा दूर जाफराबाद इलाके में ले जाया जहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे।
स्थिति अब नियंत्रण में है: दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त आलोक कुमार के मुताबिक, कोई गोली नहीं चलाई गई है। केवल आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किया। कुछ पुलिस कर्मी घायल हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान 2 सार्वजनिक परिवहन बसें, 1 रैपिड एक्शन फोर्स बस और कुछ बाइक क्षतिग्रस्त हो गईं। प्रदर्शन में 22 लोग घायल गए जिसमें 12 पुलिसकर्मी और तीन रेपिड एक्शन फोर्स के जवान हैं जबकि पांच को हिरासत में लिया गया है।
पीआरओ, एमएस रंधावा ने कहा कि सीलमपुर में स्थिति नियंत्रण में है। हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं। हम उन इलाकों से सीसीटीवी फुटेज ले रहे हैं जहां कोई घटना हो रही है। वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जा रही है। इस तरह की घटनाओं में शामिल लोगों में से किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा।
सात मेट्रो स्टेशन किए बंद
प्रदर्शन के मद्देनजर शिवविहार और सीलमपुर-जाफराबाद समेत 7 मेट्रो स्टेशन बंद करवाए गए हैं। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी की,जिसमें कहा गया कि दरियागंज से दिल्ली गेट तक ट्रैफिक प्रभावित है क्योंकि डीएमआरसी ने कई मेट्रो स्टेशनों को बंद करने की भी घोषणा की है। पुलिस ने लोगों से इस रूट पर बचने की सलाह दी है। इसके अलावा जाफराबाद की ओर जाने वाली रोड नंबर 66 भी यातायात के लिए बंद कर दी गई है।
देशभर में हो रहा है विरोध
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध पूरे देश में फैल गया है। उत्तर में चंडीगढ़ से लेकर दक्षिण में केरल तक और पूरब में असम से लेकर पश्चिम में गुजरात तक लोगों का गुस्सा दिखाई दे रहा है। कई यूनिवर्सिटी-कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों के साथ एकजुटता दिखाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। विपक्षी नेता भी इस मुद्दे पर एकजुट हैं। फिल्म और खेल जगत की हस्तियों ने भी छात्रों पर पुलिस कार्रवाई की निंदा की है। यूपी के मऊ में भी सोमवार को हिंसक प्रदर्शन हुआ। पश्चिम बंगाल में भी जहां हिंसक प्रदर्शन हुए, वहीं असम में बवाल अब शांत होता नजर आ रहा है।