प्रद्युम्न मर्डर केस: पुलिस ने गुनाह कबूलने के लिए नशा दिया, उलटा लटकाकर किया टॉर्चर
गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल के सात साल के छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार स्कूल बस कंडक्टर अशोक कुमार बुधवार को जेल से रिहा हो गया है। जहां अशोक ने घर लौटने पर मीडिया को धन्यवाद कहा। वहीं, अशोक की पत्नी ने हरियाणा पुलिस पर कई आरोप लगाए।
गुरुवार को अशोक की पत्नी ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा कि पुलिस ने उसके पति को उल्टा लटकाकर मारा और टॉर्चर किया। इतना ही, पत्नी ने यह भी बताया कि अशोक से गुनाह कबूलवाने के लिए उसे नशा भी दिया गया था।
Bus conductor Ashok thanks the media for his return to his family, says he is in a lot of pain. His wife says, 'Police beat him up, hung him upside down, tortured him & even sedated him to make him confess.' #PradyumanMurderCase pic.twitter.com/Q6ca7emBYW
— ANI (@ANI) November 23, 2017
Haryana: Bus conductor Ashok reached home last night after being released from Gurugram's Bhondsi Jail. #PradyumanMurderCase pic.twitter.com/pKESTfdILg
— ANI (@ANI) November 23, 2017
बता दें कि बुधवार को भोंडसी जेल से रिहा किए जाने के बाद अशोक वहां से सीधे सोहना के घांबरोज गांव में अपने घर गया। इस दौरान अशोक के साथ उसके वकील मोहित वर्मा और परिवार के सदस्य थे। जानकारी के मुताबिक, ग्राम प्रधान और अन्य निवासियों ने अशोक के पिता अमीरचंद को 50 हजार रुपये की जमानत राशि जुटाने में मदद की।