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04 March 2020

निर्भया मामलाः दोषी पवन की दया याचिका राष्ट्रपति ने की खारिज, होगा नया डेथ वारंट जारी

File Photo

निर्भया मामले में चार दोषियों में से एक दोषी पवन की दया याचिका बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने खारिज कर दी। राष्ट्रपति पहले ही अन्य तीनों दोषियों की दया याचिका खारिज कर चुके हैं। दोषियों के पास अब सभी विकल्प खत्म हो चुके हैं। इससे पहले दोषियों को 3 मार्च को सुबह छह बजे फांसी होनी थी लेकिन दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने फांसी पर अगले आदेश तक रोक लगा दी थी। वहीं, तिहाड़ जेल प्रशासन ने अब नया डेथ वॉरंट जारी करने लिए कोर्ट में अर्जी लगाई है जिस पर कोर्ट ने दोषियों और वकीलों को नोटिस जारी कर जवाब देने के लिए गुरूवार को 2 बजे का समय दिया है।

कोर्ट ने पवन की दया याचिका लंबित होने के कारण रोक लगाई थी जिस पर राष्ट्रपति ने फैसला ले लिया है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने दोषी पवन की क्यूरेटिव पिटीशन खारिज कर दी थी जिसमें पवन ने फांसी को उम्रकैद में बदलने की गुहार लगाई थी।  निर्भया के माता-पिता की वकील सीमा कुशवाह ने कहा कि चारों दोषियों को फांसी पर नई  तारीख तय करने के लिए कोर्ट में अर्जी लगाएंगे। सभी दोषियों ने अपने सभी अधिकार खत्म कर दिए हैं। अब जो तारीख तय होगी वह अंतिम तारीख होगी।

कोर्ट पहुंचा तिहाड़ जेल प्रशासन

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तिहाड़ जेल प्रशासन ने पटियाला हाउस कोर्ट को दी गई लिखित अर्जी में कहा है कि राष्ट्रपति ने दया याचिका खारिज कर दी है, ऐसे में 2 मार्च को डेथ वॉरंट पर लगाए गए स्टे की अब कोई जरूरत नहीं है। तिहाड़ जेल प्रशासन ने कोर्ट से अनुरोध किया है कि नया डेथ वॉरंट जारी करने के लिए कोर्ट की तरफ से नई तारीख दी जाए। इस पर कोर्ट ने दोषियों और उनके वकीलों को भी नोटिस जारी कर दिया है।

कोर्ट जारी करेगा नया डेथ वांरट

पिछली सुनवाई पर कोर्ट ने दोषी पवन गुप्ता की याचिका पर कोर्ट ने अगले आदेश तक फांसी पर रोक लगा दी थी जिसके चलते दोषियों की फांसी तीसरी बार टली थी।  अब कोर्ट डेथ वारंट की नई तारीख जारी करेगा। पहला डेथ वारंट 7 जनवरी को जारी हुआ था जिसके तहत 22 जनवरी को फांसी होनी थी। उस डेथ वारंट पर कार्रवाई होने से पहले ही 17 जनवरी को एक नया डेथ वारंट जारी हो गया क्योंकि निर्भया के हत्यारे विनय ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका लगाई हुई थी।इस दूसरे डेथ वारंट पर भी 1 फरवरी को रोक लग गई क्योंकि बाकी 2 हत्यारों पवन और अक्षय के पास कानूनी विकल्प मौजूद थे। इसके बाद एक बार फिर 17 फरवरी को डेथ वारंट जारी किया गया, जिस फिर रोक लग गई।

जानें क्या है मामला

दिल्ली में पैरामेडिकल छात्रा से 16 दिसंबर, 2012 की रात 6 लोगों ने चलती बस में दरिंदगी की थी। गंभीर जख्मों के कारण 26 दिसंबर को सिंगापुर में इलाज के दौरान निर्भया की मौत हो गई थी। घटना के 9 महीने बाद यानी सितंबर 2013 में निचली अदालत ने 5 दोषियों... राम सिंह, पवन, अक्षय, विनय और मुकेश को फांसी की सजा सुनाई थी। मार्च 2014 में हाईकोर्ट और मई 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा बरकरार रखी थी। ट्रायल के दौरान मुख्य दोषी राम सिंह ने तिहाड़ जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। एक अन्य दोषी नाबालिग होने की वजह से 3 साल में सुधार गृह से छूट चुका है।

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OUTLOOK 04 March, 2020
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