दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में पहुंचे राहुल गांधी, बोले- देश को बांटा जा रहा है, इससे किसी को फायदा नहीं
दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों के हालात जानने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं एवं सांसदों का एक प्रतिनिधिमंड के साथ वहां का दौरा किया। इस दौरान राहुल गांधी के साथ केसी वेणुगोपाल और अधीर रंजन चौधरी भी मौजूद रहे।
ये हिंदुस्तान का भविष्य है, जिसे नफरत और हिंसा ने जलाया
इस दौरान राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं के साथ नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के बृजपुरी इलाके का भी दौरा किया। यहां उन्होंने उस स्कूल का भी दौरा किया, जो हिंसा के दौरान आगजनी का शिकार हुआ था। स्कूल से बाहर आकर राहुल गांधी ने मीडिया से कहा, 'ये स्कूल है, ये हिंदुस्तान का भविष्य है, जिसे नफरत और हिंसा ने जलाया है। इससे किसी का फायदा नहीं हुआ है। हिंसा और नफरत तरक्की के दुश्मन हैं। हिंदुस्तान को जो बांटा और जलाया जा रहा है इससे भारत माता को कोई फायदा नहीं है।'
यहां एकता और भाईचारे को जलाया गया
पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी ने ये भी कहा कि यहां एकता और भाईचारे को जलाया गया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की राजनीति से हिन्दुस्तान और भारत माता को नुकसान होता है।
राहुल गांधी के साथ कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में मुकुल वासनिक, कुमारी शैलजा, अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला, के सुरेश, गौरव गोगोई और ब्रह्म मोहिंद्रा शामिल हैं। राहुल गांधी बृजपुरी में अरुण मॉडर्न पब्लिक स्कूल का भी दौरा किया। वहीं कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल चांदबाग, बृजपुरी में भी पहुंचा।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने दी थी जानकारी
इससे पहले हिंसा ग्रस्त दौरे को लेकर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि राहुल गांधी के साथ एक प्रतिनिधि मंडल आज ही दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाकों के दौरे पर जाएगा। इससे पहले मंगलवार को संसद भवन जाते समय राहुल ने कहा था कि हम सदन में दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए सरकार पर दबाव बना रहे हैं।
दिल्ली हिंसा को लेकर दोनों सदनों में हंगामा
बता दें कि दिल्ली हिंसा पर चर्चा को लेकर बुधवार को भी दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। हंगामे के बाद लोकसभा 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। वहीं, राज्यसभा कल 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। विपक्ष हिंसा पर तत्काल चर्चा कराने की मांग कर रहा है। पर सरकार होली के बाद चर्चा कराने के लिए तैयार है।
दिल्ली हिंसा में अब तक 46 लोगों की मौत
बता दें कि 24 फरवरी को दिल्ली में भड़की हिंसा तीन दिन तक जारी रही थी। अस्पतालों के द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक, दिल्ली हिंसा में अबतक 46 लोगों की मौत हो चुकी है। कांग्रेस की ओर से संसद में भी दिल्ली हिंसा का मुद्दा उठाया जा रहा है। राहुल गांधी भी संसद परिसर के बाहर हुए कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे, इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने अमित शाह के इस्तीफे की मांग की थी।
लगातार सरकार पर हमलावर रही है कांग्रेस
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में दिल्ली हिंसा के मसले पर कांग्रेस ने मोदी सरकार और केजरीवाल सरकार पर तीखा हमला बोला है। बीते दिनों कांग्रेस ने वर्किंग कमेटी की बैठक की थी, जिसमें दिल्ली हिंसा पर केंद्र सरकार के रवैये की निंदा की गई थी।
सोनिया गांधी की अगुवाई में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात की थी और केंद्र सरकार को ‘राजधर्म’ याद दिलाने की अपील की थी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष ने हिंसा के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया था और इस्तीफा मांगा था।