मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी के सामने पेश हुए राजस्थान के सीएम गहलोत के बड़े भाई, तीसरी बार हुई पूछताछ
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत से ईडी लगातार पूछताछ कर रही है। सोमवार को ईडी ने अग्रेसन से फर्टिलाइजर घोटाले को लेकर दिल्ली में तीसरी बार पूछताछ की, जिसके बाद अग्रेसन ने कहा कि मैंने उनके सभी सवालों का जवाब दिया। इससे पहले 27 सितंबर और 30 सितंबर को भी पूछताछ हुई। समझा जाता है कि उनका बयान प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया गया।
ईडी ने जुलाई में आखिरी बार अग्रसेन गहलोत के ठिकानों पर राजस्थान समेत कई जगहों पर छापेमारी की थी। ईडी ने गहलोत के भाई अग्रेसन गहलोत के घर, दफ्तर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी फर्टिलाइजर स्कैम मामले में की। राजस्थान के साथ ही ईडी मुम्बई, गुजरात और पश्चिम बंगाल में भी फर्टिलाइजर स्कैम को लेकर एक साथ कार्रवाई की गई थी। सीएम अशोक गहलोत के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत का फर्टिलाइजर का बिजनेस है और जोधपुर में इससे जुड़ी दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान हैं।
आरोप है कि कंपनी ने सब्सिडी वाले इस सस्ते उर्वरक को किसानों को देने की बजाय उसे विदेशों में निर्यात कर दिया। इसे निर्यात करने के लिए अग्रसेन गहलोत ने फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया था। साथ ही यह भी आरोप है कि अग्रसेन गहलोत ने पोटाश को दूसरे लोगों को बेचा जिन्होनें इसे मलेशिया और सिंगापुर में अवैध तरीके से औद्योगिक नमक के नाम पर एक्सपोर्ट कर दिया जबकि भारतीय पोटाश के भारत से बाहर भेजे जाने पर पांबदी थी।
यूपीए सरकार के समय का यह उर्वरक घोटाला है। उस समय इस मामले में केन्द्रीय जांच एजेंसी डीआरआई की ओर से दर्ज मामले को आधार बनाते हुए ईडी ने इस संबंध में मामला दर्ज किया था। अग्रसेन गहलोत की कंपनी ‘अनुपम कृषि’ का पोटाश यानि उर्वरक को रखने और उसे किसानों के बीच वितरित करने का काम है। इस पोटाश को इंडियन पोटाश लिमिटेड की ओर से विदेश से आयात कर सरकारी सब्सिडी के साथ सस्ते में अनुपम कृषि कंपनी को दे दिया था।