Advertisement
25 October 2024

कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए केंद्र से बातचीत को तैयार: हुर्रियत प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक

file photo

हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने शुक्रवार को कहा कि अलगाववादी संगठन "कश्मीर मुद्दे" के समाधान के लिए भाजपा नीत केंद्र से बातचीत करने को तैयार है।

मीरवाइज ने कहा, "जब 1993 में एपीएचसी (ऑल पार्टीज हुर्रियत कांफ्रेंस) का गठन किया गया था, तब स्थिति पूरी तरह से अलग थी और आतंकवाद अपने चरम पर था (जम्मू और कश्मीर में)। उस समय भी एपीएचसी ने अपनी घोषणा में स्पष्ट रूप से कहा था कि वह कश्मीर संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की वकालत करता है और 30 साल बाद भी यह दृष्टिकोण वही है।"

वह शहर के नौहट्टा इलाके में जामिया मस्जिद में शुक्रवार की सभा को संबोधित कर रहे थे। मीरवाइज ने कहा कि ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद बातचीत और कूटनीति के बारे में बात की थी, जो संघर्षों को सुलझाने का साधन है, युद्ध नहीं। हुर्रियत ने (पूर्व प्रधानमंत्रियों अटल बिहारी) वाजपेयी और मनमोहन सिंह, (पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज) मुशर्रफ से बात की और नई दिल्ली में मौजूदा सरकार के साथ बातचीत करने के लिए हमेशा तैयार है।

Advertisement

हुर्रियत अध्यक्ष ने कहा, "कश्मीर में इतना खून-खराबा हो चुका है कि इसे जारी रहने नहीं दिया जा सकता।" मीरवाइज ने जम्मू-कश्मीर के गंदेरबल और बारामुल्ला जिलों में हाल ही में हुए आतंकी हमलों की जांच की मांग की।

रविवार को गंदेरबल के गगनगीर इलाके में सुरंग निर्माण स्थल पर आतंकवादियों ने एक स्थानीय डॉक्टर और छह गैर-स्थानीय मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी, जबकि गुरुवार को उत्तरी कश्मीर के बारामुल्ला के गुलमर्ग इलाके में हुए हमले में दो सैनिकों सहित चार लोग मारे गए। हुर्रियत प्रमुख ने कहा, "गगनगीर में हाल ही में हुई हत्याएं चौंकाने वाली और परेशान करने वाली हैं। अब, हम गुलमर्ग के उच्च सुरक्षा वाले इलाके में हत्याओं के बारे में सुनते हैं। ये बहुत गंभीर मामले हैं जो बढ़ सकते हैं और इनकी जांच होनी चाहिए।"

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
OUTLOOK 25 October, 2024
Advertisement