कोरोना के मामलों में आई कमी, राज्यों में नाइट कर्फ्यू-लॉकडाउन जैसी पाबंदियों का असरः स्वास्थ्य मंत्रालय
कोरोना संक्रमण के नए मामलों में कमी देखने को मिली है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन के चलते केस में गिरावट आई है। हालांकि, अभी भी 26 राज्यों में पॉजिटिविटी रेज 15 फीसदी से ज्यादा बना हुआ है।
मंगलवार को मीडिया को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश के 18 राज्यों में नाइट कर्फ्यू-लॉकडाउन जैसी पाबंदियों से मामले घटने लगे हैं। हालांकि 16 राज्यों में कोरोना के मामलों में निरंतर बढ़ोतरी भी हो रही है जो कि चिंता का विषय है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, तेलंगाना, चंडीगढ़, लद्दाख, दमन और दीव, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, छत्तीसगढ़, बिहार और गुजरात में प्रतिदिन कोरोना के नए मामलों में निरंतर कमी आ रही है।
मंत्रालय के मुताबिक, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, पंजाब, असम, जम्मू और कश्मीर, गोवा, हिमाचल प्रदेश, पुदुचेरी, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश में प्रतिदिन नए मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। देश में 13 राज्य ऐसे हैं जहां 1 लाख से भी ज्यादा सक्रिय मामले हैं। 6 राज्यों में 50,000 से 1 लाख के बीच सक्रिय मामलों की संख्या बनी हुई है। 17 राज्य ऐसे हैं जहां 50,000 से कम सक्रिय मामलों की संख्या है।
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने बताया कि देश में कोरोना पॉजिटिविटी दर 21 फीसदी हो गई है। 30 अप्रैल, 2021 को 19,45,299 परीक्षण किए गए, जो दुनिया में अब तक के सबसे अधिक हैं। सभी सरकारी और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं में रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) की अनुमति होनी चाहिए इसके लिए किसी भी मान्यता की जरुरत नहीं है। घर-आधारित परीक्षण पर भी विचार कर रहे हैं।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने वालों को राज्य सरकारें प्राथमिकता के आधार पर यह काम तय करे। दूसरे डोज लगाने वाले बड़ी संख्या में लोग इंतजार कर रहे हैं, उसे सबसे पहले देखने की जरुरत है। इस बारे में राज्य सरकारें केन्द्र से मिलने वाली मुफ्त कम से कम 70 फीसदी वैक्सीन को रिजर्व दूसरे डोज के लिए रख सकती है, जबकि बाकी 30 फीसदी वैक्सीन की पहली डोज दी जा सकती है।