टारगेट किलिंग पर बोले सत्यपाल मलिक- जब मैं राज्यपाल था तो श्रीनगर की 50-100 किलोमीटर की सीमा में घुस नहीं सकते थे आतंकी
कश्मीर में कई दिनों से लगातार आतंकी घटनाएं सामने आ रही हैं। आतंकी लगातार आम आदमियों को निशाना बना रहे हैं। आतंकियों द्वारा हो रही टारगेट किलिंग पर अब लोगों में गुस्सा भी है। वहीं राजनीतिक गलियारों में भी इन हत्याओं की जमकर निंदा हो रही है। इस बीच इन आतंकी हमलों पर मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। मलिक ने कहा कि उनके राज्यपाल रहते श्रीनगर में आतंकवादी घुस तक नहीं पाते थे, जबकि अब वहां हत्याएं हो रही हैं।
मलिक ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के रूप में मेरे कार्यकाल के दौरान श्रीनगर की 50-100 किलोमीटर की सीमा में कोई भी आतंकी घुस नहीं सका, लेकिन अब श्रीनगर में आतंकी गरीबों की हत्या कर रहे हैं, जो कि वास्तव में दुखद है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों की कमर तोड़ने के लिए और भी सख्त कदम उठाने होंगे। इसके लिए चप्पे-चप्पे पर निगरानी की आवश्यकता है।
किसानों के मुद्दे पर मलिक ने कहा कि वो इसके लिए प्रधानमंत्री से लेकर गृह मंत्री तक से झगड़ा कर चुके हैं। मलिक ने तंज कसते हुए कहा कि सरकार का मिजाज अभी आसमान पर है जो वक्त के साथ नीचे आएगा। यही नहीं सत्यपाल मलिक ने अपनी ही सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसानों की नहीं सुनी गई तो फिर यह केंद्र सरकार दोबारा सत्ता में नहीं आएगी।
मलिक ने कहा कि लखीमपुर खीरी मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का इस्तीफा उसी दिन होना चाहिए था। लखीमपुर खीरी मामले में मिश्रा के इस्तीफा नहीं दिए जाने पर मलिक ने कहा, 'बिल्कुल गलत है यह, लखीमपुर मामले में मिश्रा का इस्तीफा उसी दिन होना चाहिए था। वो वैसे ही मंत्री होने लायक नहीं हैं।'