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13 February 2020

निर्भया केस के दोषी विनय की याचिका सुप्रीम कोर्ट से भी खारिज, राष्ट्रपति के फैसले को दी थी चुनौती

File Photo

निर्भया केस के चारों दोषी फांसी की सजा से बचने के लिए लगातार कानूनी हथकंडे अपना रहे हैं। इसी कड़ी में एक दोषी विनय शर्मा की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। दोषी विनय की ओर से वकील ने राष्ट्रपति द्वारा दया याचिका खारिज किए जाने के खिलाफ पिटीशन दायर की थी। विनय का कहना है कि उसकी अर्ज़ी पर फैसला पूरी प्रक्रिया का पालन किए बिना जल्दबाज़ी में लिया गया है। राष्ट्रपति ने 1 फरवरी को विनय की दया याचिका खारिज की थी।

अपनी अर्जी में विनय ने क्या कहा

वकील एपी सिंह के जरिए दायर अर्जी में विनय ने कहा कि वह मानसिक रूप से बीमार है और कानूनन मानसिक रोगी को फांसी नहीं दी जा सकती। राष्ट्रपति ने 1 फरवरी को विनय की दया याचिका खारिज कर दी थी। याचिका में विनय ने कहा कि तिहाड़ में लगातार टार्चर किए जाने से उसे 'इमेंस साइकोलॉजिकल ट्रॉमा' नाम की मानसिक बीमारी हो गई है। उसने जेल में इलाज के दस्तावेज देते हुए फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने की मांग की।

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अलग-अलग फांसी देने की मांग वाली केंद्र की याचिका पर शुक्रवार को होगी सुनवाई

इसके अलावा केंद्र सरकार द्वारा चारों दोषियों को अलग-अलग फांसी देने के लिए कानून में बदलाव की मांग भी की गई है। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने चारों दोषियों को नोटिस जारी करते हुए जवाब देने को कहा है। दोषियों को अलग-अलग फांसी देने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को सुनवाई करेगा।

बुधवार को छलका था निर्भया की मां का दर्द

अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए 7 साल से ज्यादा वक्त से निर्भया के परिजन भटक रहे हैं। बुधवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में निर्भया की मां आशा देवी का दर्द जज के सामने भी छलक गया था। वे जज के सामने ही न्याय की गुहार लगाते हुए फूट-फूटकर रोने लगी थीं।

मैं अब भरोसा और विश्वास खोती जा रही हूं- आशा देवी

निर्भया के परिजनों ने चारों आरोपियों को फांसी देने के लिए नया डेथ वारंट जारी करने की मांग करते हुए याचिका दायर की है, जिस पर बुधवार को सुनवाई हुई थी। इस दौरान निर्भया की मां ने कहा था कि मैं अब भरोसा और विश्वास खोती जा रही हूं।

दोषियों के खिलाफ दो बार जारी हो चुका है डेथ वारंट

निर्भया केस के चारों दोषियों मुकेश, पवन, विनय और अक्षय को फांसी देने के लिए दिल्ली कोर्ट द्वारा दो बार डेथ वारंट जारी किया गया लेकिन हर बार कानूनी अड़चनों की वजह से फांसी टालनी पड़ी। फिलहाल चारों दोषी दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं।

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OUTLOOK 13 February, 2020
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