मुंबई ओवरब्रिज हादसा: सूझ-बूझ से लोगों की जान बचाने वाले ड्राइवर को 5 लाख का इनाम
मुंबई के अंधेरी रेलवे स्टेशन पर मंगलवार सुबह एक फुटओवर ब्रिज के स्लैब गिरने से 5 लोग घायल हो गए, सभी घायलों का इलाज नजदीकी अस्पताल में किया जा रहा है। जबकि कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका भी है। एनडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है और मलबे को हटाने का काम जारी है।
ड्राइवर की सूझबूझ से टला एक बड़ा हादसा
जब ये हादसा हुआ, तब एक ट्रेन घटनास्थल से केवल 50 मीटर की दूरी पर थी। उस वक्त मोटरमैन चंद्रकांत सावंत ने देखा कि फुटओवर ब्रिज का मलबा ट्रैक पर गिर रहा है और बिजली के तार फैले हुए हैं। तब उन्होंने तुरंत ही इमरजेंसी ब्रेक लगाया और एक बड़े हादसे को अपनी सूझ-बूझ से टाल दिया। चंद्रकांत ने बताया कि वो करीब 27 साल से रेलवे में काम कर रहे हैं।
ड्राइवर को पांच लाख का इनाम
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही अपनी सूझ-बूझ से बड़े हादसे को टालने वाले ड्राइवर को 5 लाख के इनाम की घोषणा की गई। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मैंने इसकी जांच के आदेश दिए हैं। रेल सेफ्टी कमिश्नर इसकी रिपोर्ट 15 दिनों में सौंपेगी।‘ उन्होंने कहा, ‘हादसे में 5 लोग घायल हुए हैं। उन्हें एक लाख रुपए का फौरी तौर पर मुआवजा दिया जाएगा।‘
उन्होंने कहा, 'मैं मोटरमैन चंद्रकांत सावंत को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने ट्रेन रोक दी। उन्हें 5 लाख का इनाम दिया जाएगा।'
राहत और बचाव कार्य जारी
ये ब्रिज अंधेरी ईस्ट को अंधेरी वेस्ट से जोड़ता है, जिसका नाम गोखले ब्रिज है। फुटओवर ब्रिज का मलबा गिरने से रेलवे यातायात प्रभावित हुई है। अंधेरी से विले पार्ले जाने वाली सभी 4 लाइनें बंद कर दी गई हैं। ब्रिज के दूसरी तरफ ही दो स्कूल हैं, पास में रेलवे स्टेशन है। नतीजन ये ब्रिज काफी इस्तेमाल में आता है, हालांकि ये हादसा सुबह हुआ इसलिए ब्रिज पर अधिक संख्या में लोग नहीं थे। हादसे के बाद मुंबई पुलिस के साथ मौके पर एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में जुट गई है।
9 महीनों में दूसरा पुल हादसा
9 महीनों में मुंबई में यह दूसरा पुल हादसा है। इससे पहले 29 सितंबर, 2017 को एलफिंस्टन पुल पर हुई भगदड़ की वजह 23 लोगों की मौत हो गई थी। पुल की लम्बे समय से मरम्मत न होना और कम चौड़ाई की शिकायत उस दौरान सामने आई थी।