सिब्बल ने नीट परीक्षा मामले पर प्रधानमंत्री मोदी की 'चुप्पी' पर सवाल उठाए, ‘गुजरात फैक्टर-खुला भ्रष्टाचार-खुली हेराफेरी’
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने शनिवार को नीट परीक्षा मामले पर केंद्र पर निशाना साधा और इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'चुप्पी' पर सवाल उठाए।
यह परीक्षा 5 मई को 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और इसमें करीब 24 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे। परिणाम 14 जून को घोषित होने की उम्मीद थी, लेकिन उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पहले ही पूरा हो जाने के कारण 4 जून को घोषित किए गए।
इस प्रतिष्ठित परीक्षा में बिहार जैसे राज्यों में प्रश्नपत्र लीक होने और अन्य अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। एक्स पर एक पोस्ट में सिब्बल ने कहा, "नीट परीक्षा। गुजरात फैक्टर। खुला भ्रष्टाचार। खुली हेराफेरी। कृपया ध्यान दें: मोदीजी की 'साफ-सुथरी' चुप्पी।"
केंद्र और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उन्होंने एमबीबीएस और ऐसे अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए परीक्षा देने वाले 1,563 उम्मीदवारों को दिए गए ग्रेस मार्क्स रद्द कर दिए हैं।
केंद्र ने कहा था कि उनके पास या तो दोबारा परीक्षा देने या समय की हानि के लिए उन्हें दिए गए प्रतिपूरक अंकों को छोड़ने का विकल्प होगा। विपक्षी सांसद इस मुद्दे पर सरकार पर हमला कर रहे हैं और छात्रों के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। नीट-यूजी परीक्षा मुद्दे पर सरकार पर अपना हमला तेज करते हुए कांग्रेस ने शुक्रवार को इस मामले पर मोदी की "चुप्पी" पर सवाल उठाया और कहा कि केवल सुप्रीम कोर्ट की निगरानी वाली फोरेंसिक जांच ही लाखों युवा छात्रों के भविष्य की रक्षा कर सकती है।