केंद्र सरकार को दलितों के प्रतिनिधियों से बात करनी चाहिए थी: अखिलेश यादव
भारत बंद पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि दलितों का सरकार पर भरोसा नहीं है जिसके फलस्वरूप आंदोलन की स्थिति पैदा हो गयी।
अखिलेश ने कहा, 'केन्द्र सरकार को समय रहते दलित समाज के प्रतिनिधियों से बात करनी चाहिए थी, लेकिन सरकार ने दलितों से बात करना जरूरी नहीं समझा। दलितों का सरकार पर भरोसा नहीं है।'
उन्होंने कहा, 'फलस्वरूप आंदोलन की स्थिति पैदा हो गयी। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि किसी को भी अपने सम्मान और अधिकारों के लिए आंदोलन का सहारा लेना पडे़। बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर ने दलित समाज को सम्मान का अधिकार दिया है। उन्हें कोई भी कानूनी अधिकारों से वंचित नहीं कर सकता।' अखिलेश ने कहा कि सपा दलितों की भावनाओं को समझती है तथा संयम बरतने की अपील करती है। सपा दलित हितों के लिए प्रतिबद्ध है।
बता दें कि एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ देश के कई राज्यों में दलित विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जो हिंसा, आगजनी और तोड़-फोड़ में बदल गए हैं। अलग-अलग राज्यों में इस प्रदर्शन में 9 लोग मारे गए हैं और संपत्तियों का भारी नुकसान हुआ है।