आइएनएक्स मीडिया मामले में चिदंबरम पर सुप्रीम कोर्ट ने 4 सितंबर तक फैसला रखा सुरक्षित
आइएनएक्स मीडिया मामले में पी चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा द्द किए जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला 4 सितंबर तक के लिए सुरक्षित रख लिया है। इस मामले में ईडी और सीबीआई द्वारा उनसे पूछताछ की जा रही है।
इससे पहले चिदंबर की सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी को इंद्राणी मुखर्जी ने खुशखबरी बताया है। दरअसल जब उनसे पी चिदंबरम की गिरफ्तारी पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो गिरफ्तार हो गए ये अच्छी खबर है। इंद्राणी इस मामले में अप्रूवर हैं। बता दें कि आइएनएक्स मीडिया मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को सीबीआई ने 21 अगस्त को नाटकीय घटनाक्रम के बाद गिरफ्तार कर लिया था।
बता दें कि चिदंबरम ने याचिका के जरिए दिल्ली हाई कोर्ट के 20 अगस्त के उस फैसले को चुनौती दी थी, जिसके तहत अदालत ने आइएनएक्स मीडिया भ्रष्टाचार और धन शोधन मामलों में उनकी अग्रिम जमानत नामंजूर कर दी थी। ये मामले सीबीआई और ईडी ने दर्ज किए थे।
चिदंबरम की गिरफ्तारी अच्छी खबरः इंद्राणी
इससे पहले सीबीआई और ईडी ने आइएनएक्स मीडिया की प्रमोटर इंद्राणी मुखर्जी और उनके पति पीटर मुखर्जी के बयानों के आधार पर चिदंबरम पर शिकंजा कसा था। इंद्राणी मुखर्जी अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या मामले में जेल में बंद हैं। इसी केस से संबंधित सुनवाई के लिए गुरुवार को कोर्ट पहुंची मुखर्जी से मीडियाकर्मियों ने पी. चिदंबरम की गिरफ्तारी को लेकर सवाल पूछा था। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि चिदंबरम गिरफ्तार हो गए हैं, यह अच्छी खबर (गुड न्यूज़) है।
इंद्राणी का बयान चिदंबरम की गिरफ्तारी के लिए काफी अहम साबित हुआ था
इससे पहले चिदंबरम के खिलाफ इंद्राणी मुखर्जी का बयान उनकी गिरफ्तारी के लिए काफी अहम साबित हुआ था। इंद्राणी ने जांच एजेंसी को दिए बयान में कहा था कि आइएनएक्स मीडिया की अर्जी फॉरेन इनवेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (एफआईपीबी) के पास थी। इस दौरान उन्होंने पति पीटर मुखर्जी और कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी के साथ पूर्व वित्त मंत्री के दफ्तर नॉर्थ ब्लॉक में जाकर मुलाकात की थी।
चिदंबरम पर लगे हैं ये आरोप
ईडी की पूछताछ में इंद्राणी ने बताया था कि चिदंबरम ने उनके पति पीटर से कहा था कि एफआईपीबी की मंजूरी के बदले उन्हें उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के बिजनस में मदद करनी होगी। इसी बयान को ईडी ने चार्जशीट में दर्ज किया और कोर्ट में भी इसे सबूत के तौर पर पेश किया। इसके अलावा इंद्राणी ने प्रवर्तन निदेशालय को बताया था कि कार्ति से उनकी और पीटर की मुलाकात दिल्ली के एक होटल में हुई थी और कार्ति ने इस मामले को सुलझाने के लिए 10 लाख रुपये रिश्वत के तौर पर मांगे थे।