सूरत हादसे में मरने वाले बच्चों की संख्या हुई 23, कोचिंग संचालक गिरफ्तार
गुजरात के सूरत में शुक्रवार को एक कमर्शियल कॉम्प्लेक्स में आग लगने से मरने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है, जबकि 7 छात्रों की हालत गंभीर बताई जाती है। इनमें 2 वेंटीलेटर पर हैं और पांच आईसीयू में भर्ती हैं। पुलिस ने कॉम्प्लेक्स के बिल्डर सहित तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है तथा कोचिंग संचालक को iगिरफ्तार कर लिया गया है।
सूरत के पुलिस कमिश्नर ने कहा कि मामले में कोचिंग संचालक सतीश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है यह ट्यूशन क्लास कंडक्ट कराता था। सभी तरह की ट्यूशन क्लास पर रोक लगा दी गई है। फायर सेफ्टी की जांच के बाद ही ट्यूशन क्लास कराई जा सकती हैं।
सूरत के तक्षशिला काम्प्लैक्स की तीसरी और चौथी मंजिल पर यह आग शुक्रवार को लगी। कॉम्प्लेक्स में दूसरी और तीसरी मंजिल पर क्लासेस चलती है। आग ग्राउंड फ्लोर से शुरू हुई। इसे देखकर बच्चे ऊपर की ओर भागे और वहीं फंस गए। फायर ब्रिगेड के आने तक आग बेकाबू हो गई। इसलिए बच्चों ने जान बचाने के लिए चौथी मंजिल से कूदना शुरू कर दिया। नीचे स्थानीय लोगों ने कूद रहे बच्चों को कैच करना शुरू किया,ताकि बच्चों के सिर पर सीधी चोट न आए। इससे कई बच्चों को बचा लिया लिया, जो बच्चे नहीं कूद पाए, उनकी झुलसकर जान चली गई। मरने वाले बच्चों की उम्र 14 से 17 साल के बीच थी।
स्थानीय लोग मदद में जुटे
अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इमारत में आग बुझाने के लिए 19 गाड़ियों और दो हाइड्रोलिक प्लेटफार्मों को लगाया गया जिसके बाद आग पर काबू पा लिया गया। आग लगने के बाद छात्रों और इमारत में फंसे दूसरे लोगों की जान बचाने के लिए स्थानीय निवासियों ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया था।
घटना की जांच के आदेश
राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने आग की घटना की जांच के आदेश दिए हैं और जिन परिवारों के बच्चों की दर्दनाक मौत हुई है, उनके परिवारों को चार-चार लाख रुपये आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।
पीएम ने जताया दुख
सूरत में हुई इस घटना पर ट्वीट कर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने लिखा, ' सूरत में भीषण आग की घटना से बेहद दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं मरने वालों के परिवारों के साथ हैं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। मैंने गुजरात सरकार को स्थानीय प्रशासन से प्रभावितों को सभी तरह की सहायता मुहैया कराने को कहा है।