बिहार: दलाई लामा के दौरे के बीच महाबोधि मंदिर में विस्फोटक मिलने से हड़कंप
बिहार के बोधगया जिले में स्थित महाबोधि मंदिर में शुक्रवार शाम सुरक्षा की एक भारी चूक देखने को मिली है। तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के बोधगया दौरे के बीच महाबोधि मंदिर में दो विस्फोटकों के मिलने से हड़कंप मच गया है।
एक सर्च ऑपरेशन के दौरान इन विस्फोटकों की बरामदगी के बाद अब एनआईए से इस पूरे मामले की जांच कराने की बात कही जा रही है। गौरतलब है कि साल 2013 में भी महाबोधि मंदिर में सीरियल ब्लास्ट हुए थे, जिस दौरान मंदिर परिसर में लगाए गए 13 में से 10 बमों में धमाका हुआ था।
Bihar: Visuals from Gaya's Mahabodhi Temple, suspicious object was found at one of the emergency gates of the temple, last night. The Dalai Lama is staying at the nearby Buddhist Monastery. pic.twitter.com/dedhw89Kw5
— ANI (@ANI) January 20, 2018
सुरक्षा एजेंसियों को शुक्रवार शाम महाबोधि मंदिर के परिसर के पास किसी संदिग्ध ब्लास्ट की जानकारी मिली थी। इस सूचना पर जब सुरक्षाबलों ने मंदिर परिसर में सर्च ऑपरेशन शुरू किया तो आपातकालीन निकास द्वार के पास जवानों को दो शक्तिशाली बम बरामद हुए।
इस बारे में मगध क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक विनय कुमार ने मीडिया को बताया कि दो संदिग्ध वस्तुएं मिलने के बाद उसकी जांच कराई गई जिसमें विस्फोटक होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि बम निरोधक दस्ते ने विस्फोटकों को अपने कब्जे में लेते हुए उसे वहां से तत्काल हटा दिया, जिसके बाद से इनकी जांच की जा रही है।
महाबोधि मंदिर में बढ़ाई गई सुरक्षा
दलाई लामा की यात्रा के दौरान इन विस्फोटकों के मिलने से अब सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मचा हुआ है। सुरक्षा के लिहाज से महाबोधि मंदिर में अतिरिक्त बलों की तैनाती की जा रही है, साथ ही तमाम स्थानों पर बैरिकेडिंग भी की गई है। दूसरी ओर केंद्र की ओर से इस पूरी साजिश की जांच के लिए एनआईए की टीम को लखनऊ या दिल्ली से बोधगया भेजा जा रहा है।
एक महीने के प्रवास पर हैं दलाई लामा
गौरतलब है कि यह पूरी वारदात उस वक्त हुई है जब कि तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा अपने एक माह के प्रवास पर बोधगया में ही मौजूद हैं। कहा जा रहा है कि जिस वक्त यह विस्फोटक मंदिर परिसर में बरामद हुए उससे कुछ ही देर पहले बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी यहां दर्शन किया था ऐसे में विस्फोटकों की बरामदगी ने ना सिर्फ आम लोगों बल्कि बिहार में विशिष्टजनों की सुरक्षा पर भी कई सवाल खड़े किए हैं।