तबलीगी जमात मामले में 536 विदेशी नागरिकों के खिलाफ आज दाखिल होगी 12 नई चार्जशीट
निजामुद्दीन मरकज से जुड़ी तबलीगी जमात मामले की जांच से जुटी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच आज यानी गुरुवार को 536 विदेशी नागरिकों के खिलाफ साकेत कोर्ट में 12 चार्जशीट दाखिल करेगी। पुलिस अभी तक 32 देशों के 374 विदेशी नागरिकों के खिलाफ आरोप पत्र दायर कर चुकी है।
अधिकारियों ने बताया कि इन नागरिकों के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने वीजा नियमों एवं महामारी संबंधी कानून के तहत सरकारी दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया तथा ऐसी लापरवाही की जो जानलेवा बीमारी फैलाने की वजह बन सकती है।
राष्ट्रीय राजधानी के निजामुद्दीन इलाके में मार्च में तबलीगी जमात ने एक बड़े धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जो बाद में देश में कोरोना वायरस का एक केंद्र बनकर सामने आया। इसमें भाग लेने वाले कुछ लोग बाद में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए, जिन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में अपने गृह नगरों की यात्रा की थी।
क्राइम ब्रांच की जांच में हुआ ये खुलासा
क्राइम ब्रांच की जांच में खुलासा हुआ है कि अप्रैल में जिस समय मरकज में बड़ी तादात में लोगों के होने की सूचना मिली, उस समय वहां नौ हजार से ज्यादा लोग थे। इनमें से बड़ी संख्या में लोग कोविड-19 की जांच में पॉजिटिव पाए गए। पुलिस का कहना था जिस समय ये विदेशी नागरिक धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए भारत आ रहे थे, उस समय उनके देशों में कोरोना ने दस्तक दे दी थी। उन्हें इस खतरनाक वायरस का पता चल चुका था। बावजूद इसके उन्होंने अपनी जान के साथ ही भारत के नागरिकों की जान को खतरे में डाली।
मौलाना साद है लापता
दिल्ली पुलिस ने 31 मार्च को निजामुद्दीन थाना प्रमुख की शिकायत पर तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद कंधावली समेत सात लोगों के खिलाफ पहली प्राथमिकी दर्ज की थी। हालांकि उसके बाद इस मामले में नए-नए खुलासे हुए। प्रवर्तन निदेशालय ने भी अलग से जांच शुरू कर दी। इस मरकज के अवैध तरीके से बने होने का मुद्दा भी उठा, लेकिन अभी तक जमात के नेता मौलाना साद का पता नहीं चला है। पुलिस कई बार उसके खिलाफ नोटिस जारी कर चुकी है।