दिवाली से पहले प्रदूषित हुई राजधानी की हवा.. धुंध ने बढ़ाई लोगों की परेशानी, जानें कितना पहुंचा एक्यूआई
राष्ट्रीय राजधानी और एनसीआर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं हो रहा है। जिस वजह से लोगों को सांस लेने तकलीफ और आंखों में जलन महसूस हो रही है। अक्टूबर में बढ़े प्रदूषण के बाद रातें ठंडी नहीं हो पा रही हैं। दिल्ली में वायु गुणवत्ता फिर से ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई क्योंकि प्रदूषण के स्तर में सुधार लाने वाली हवा की रफ्तार धीमी हो गई।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, आज सुबह अक्षरधाम मंदिर के आसपास वायु गुणवत्ता 357 तक बिगड़ गई, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार इसे ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रखा गया। वहीं, धूल प्रदूषण को कम करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में PWD वाहन पानी का छिड़काव कर रहे हैं।
वायु प्रदूषण 'बहुत खराब' श्रेणी
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, आनंद विहार इलाके में सुबह 7 बजे AQI 357 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में है, जबकि रविवार को यह 405 था, जो 'गंभीर' श्रेणी में था। अक्षरधाम मंदिर के आसपास एक्यूआई 357 दर्ज किया गया, जो कल सुबह 7 बजे 261 एक्यूआई से भी खराब है। सफर ने अनुमान लगाया है कि दिल्ली में 1 जनवरी तक पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद, पटाखों के इस्तेमाल और पराली जलाने से होने वाले अतिरिक्त उत्सर्जन के कारण राजधानी में आने वाले सप्ताह में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में रहने की संभावना है। सफर की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है, "प्रदूषकों के प्रभावी फैलाव के लिए मौसम संबंधी परिस्थितियां प्रतिकूल हैं।"
शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब’ तथा 401 और 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।