तेजी से विकसित हो रहा है देश का न्यूट्रिशनल सप्लीमेंट मार्केट, 2030 तक 8% की दर से बढ़कर 68.42 बिलियन डॉलर पहुंचने की उम्मीद
भारत के अग्रणी बी2बी प्रदर्शनी आयोजनकर्ता इन्फोर्मा मार्केट्स इन इंडिया द्वारा आयोजित वीटाफूड्स इंडिया के तीसरे संस्करण की शुरूआत आज मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर के पैविलियन 1-2 में हुई। 5 से 7 फरवरी 2025 के बीच आयोजित यह प्रदर्शनी भारत के तेज़ी से विकसित होते न्यूट्रास्युटिकल मार्केट के लिए महत्वपूर्ण मंच की भूमिका निभाएगी।
एक अनुमान के मुताबिक भारत का न्यूट्रिशनल सप्लीमेंट मार्केट 2030 तक 8 फीसदी की दर से बढ़कर 68.42 बिलियन डॉलर पर पहुंच जाएगा। ऐसे में वीटा फूड्स इंडिया इस क्षेत्र में इनोवेशन एवं अवसरों को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म की तरह काम करेगा।
प्रदर्शनी में मुख्य अतिथि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की सचिव डॉ सुब्रता गुप्ता, आयुष मंत्रालय में आयुर्वेद के सलाहकार डॉ मनोज नेसारी, सीएसआईआर के प्रौद्योगिकी प्रबंधन निदेशालय की साइंटिस्ट डॉक्टर मीनाक्षी सिंह, चीफ साइंटिस्ट, फूड, इन्फोर्मा मार्केट्स की एक्ज़क्टिव वाईस प्रेज़ीडेन्ट मिस नताशा बेरो, इन्फोर्मा मार्केट्स इन इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर योगेश मुद्रास और सीनियर ग्रुप डायरेक्टर राहुल देशपांडे शामिल थे।
डॉ सुब्रत गुप्ता ने कहा, "लगभग 520 बिलियन डॉलर मूल्य का वैश्विक पोषण बाजार, पारंपरिक और निवारक स्वास्थ्य सेवा पर बढ़ते जोर को देख रहा है। भारत का हिस्सा, जो लगभग 8 बिलियन डॉलर अनुमानित है, विशेष रूप से आयुर्वेद-आधारित न्यूट्रास्युटिकल्स में इस क्षेत्र की विशाल क्षमता को उजागर करता है। डॉ मीनाक्षी सिंह ने कहा, "वनस्पति विज्ञान में भारत की समृद्ध विरासत, पारंपरिक ज्ञान और फलों और सब्जियों के उत्पादन में हमारे नेतृत्व को देखते हुए न्यूट्रास्युटिकल क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं।"
योगेश मुद्रास ने कहा, ‘‘वीटाफूड्स इंडिया न्यूट्रास्टयुटिकल और डायटरी सप्लीमेंट उद्योग के लिए महत्वपूर्ण मचं है, तेज़ी से विकसित होते इस उद्योग में विकास की अपार संभावनाएं हैं। आज न्यूट्रास्युटिकल्स फार्मा सप्लीमेन्ट के मार्केट में अपना प्रभुत्व बना चुके हैं। इन सब के बीच वीटा फूड्स इंडिया इस विकसित होते उद्योग में इनोवेशन्स को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।‘‘