गांधीजी के रास्ते पर और संविधान के दायरे में आंदोलन के कारण ही तेलंगाना राज्य का सपना साकार हुआः केसीआर
हैदराबाद। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने शुक्रवार को कहा कि महात्मा गांधी ने युद्धग्रस्त मानव जाति को सत्याग्रह और अहिंसा के धारदार नए हथियारों से परिचित कराया। गांधीजी के रास्ते पर और संविधान के दायरे में आंदोलन के कारण ही तेलंगाना राज्य का सपना साकार हुआ।
स्वतंत्र भारत के डायमंड फेस्टिवल के समापन समारोह कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केसीआर ने कहा कि तेलंगाना सरकार ने कृषि संकट का ऐसा समाधान किया है जैसा स्वतंत्र भारत में पहले कभी नहीं हुआ। रायतु बंधु जैसी योजनाओं से हम किसानों की आंखों में रौशनी देख रहे हैं। हमने ग्राम स्वराज और ग्राम आत्मनिर्भरता की दिशा में एक लंबा सफर तय किया है और ग्रामीण व्यवसायों को प्रोत्साहित किया है। इन कार्यक्रमों के लागू होने से गांव समृद्ध हुए हैं। कई राज्य सरकारों ने अभी तक सभी लोगों को ताजा पानी उपलब्ध नहीं कराया है। लेकिन तेलंगाना राज्य इस मामले में देश के लिए एक मिसाल बन गया है। कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने एवं किसान केन्द्रित योजनाएँ बनाने में जी.आर मछली के विकास पर विशेष ध्यान देने के पीछे गांधी जी का प्रभाव है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी कहते थे कि भारत की आत्मा गांवों में है, उनके शब्दों की प्रेरणा से हम ग्रामीण जीवन स्तर का विकास कर रहे हैं। गांवों से लेकर कस्बों और शहरों तक, कृषि से लेकर उद्योगों और आईटी क्षेत्रों के विकास तक, आदिवासियों, दलितों, अल्पसंख्यकों से ऊंची जाति के गरीबों तक, हम सभी को समान प्राथमिकता दे रहे हैं। इसी समावेशी और व्यापक विकास मॉडल के साथ हमें आगे बढ़ना है। इसीलिए तेलंगाना मॉडल आज देश का दिशा सूचक यंत्र बन गया है।
केसीआर ने कहा कि मैं कहता हूं कि विकास के इस पैटर्न को जारी रखकर और प्रगति के फल को सभी लोगों के साथ समान रूप से साझा करके, हम स्वतंत्रता आंदोलन की आकांक्षाओं को पूरा करने में सक्षम होंगे। हमारा रास्ता न्याय और धर्म का है। हमें सभी के कल्याण की चिंता है, सर्वांगीण विकास हमारी प्राथमिकता है। हमारी प्रतिबद्धता और ईमानदारी लोगों की सुरक्षा है। हम सभी को सफलता मिलेगी। हम स्वतंत्रता सेनानियों की आकांक्षाओं को पूरा करें और तेलंगाना को राष्ट्र निर्माण में सदैव अग्रणी बनाये रखें।
मुख्यमंत्री ने भारत वज्रोत्सवम के समापन समारोह में कहा कि इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास और आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले महानुभावों के बलिदान को स्मरण किया जाता है। भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास और आदर्शों को आज की पीढ़ी तक पहुँचाने की इच्छा से पिछले साल हमने 15 दिनों तक वज्रोत्सवम का उद्घाटन समारोह आयोजित किया। के चंद्रशेखर राव ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के समय में भी ऐसे निराशावादी थे जो मानते थे कि ब्रिटिश शासन हमारे देश के लिए फायदेमंद था और अंग्रेज हमारे देश का उत्थान कर रहे थे। उस समय महात्मा गांधी जैसे महान लोग बहुत मेहनती थे। उन्होंने देश के सभी लोगों में भारतीयता की भावना पैदा की।
दो शताब्दियों की पराधीनता से मुक्ति के संघर्ष में बहुत खून बहाना पड़ा। हँसते-हँसते प्राण त्यागने वाले भगत सिंह, राज गुरु, सुख देव जैसे अनेक वीरों का बलिदान भारतीय राष्ट्र के मानस पटल पर सदैव स्मरणीय रहेगा। सुभाष चंद्र बोस की वीरता आज भी हम सभी के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है। महात्मा गांधी उन महान नेताओं में से एक हैं जिन्होंने विश्व मानवता को सबसे अधिक प्रभावित किया है।
केसीआर ने कहा कि गांधी ने युद्धग्रस्त मानव जाति को सत्याग्रह और अहिंसा के धारदार नए हथियारों से परिचित कराया। गांधीजी के रास्ते पर और संविधान के दायरे में आंदोलन के कारण ही तेलंगाना राज्य का सपना साकार हुआ। मैं 30 लाख छात्रों को महात्मा गांधी फिल्म दिखाकर बहुत खुश हूं। सूचना जनसम्पर्क विभाग, शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने इस कार्य को बहुत ही कुशलतापूर्वक किया है। उन्हें मेरी बधाई। स्वामी विवेकानन्द के भारत की महानता के वर्णन ने भारतीयों में राष्ट्रीय चेतना जगा दी।
इस कार्यक्रम में विधान परिषद के अध्यक्ष गुट्टा सुखेंदर रेड्डी, विधानसभा अध्यक्ष पोचारम श्रीनिवास रेड्डी, मंत्री महमूद अली, इंद्रकिरण रेड्डी, तन्निरु हरीश राव, एर्राबेली दयाकर राव, सबिता इंद्रा रेड्डी, श्रीनिवास गौड़, पटनम महेंद्र रेड्डी, सत्यवती राठौड़, वेमुला प्रशांत रेड्डी, गंगुला कमलाकर, तलसानी श्रीनिवास यादव, जी.जगदीश रेड्डी, सांसद, एमएलसी, विधायक, मुख्य सचिव शांति कुमारी, डीजीपी अंजनी कुमार, मेयर गडवाला विजयालक्ष्मी, जिला परिषद अध्यक्ष एवं अन्य लोगों ने भाग लिया।