सरकार गठन पर बोली शिवसेना- बाधाएं दूर, गुरुवार दोपहर तक साफ हो जाएगी तस्वीर
सरकार गठन को लेकर महाराष्ट्र में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। शिवसेना की ओर से सरकार गठन को लेकर बड़ा बयान आया है। शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा कि सरकार बनाने की प्रक्रिया अगले 5-6 दिनों में पूरी हो जाएगी और दिसंबर से पहले महाराष्ट्र में एक लोकप्रिय और मजबूत सरकार का गठन किया जाएगा। प्रक्रिया चल रही है।
‘गुरुवार दोपहर तक साफ हो जाएगी तस्वीर’
संजय राउत ने आगे कहा, “महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर पिछले 10-15 दिनों में जो भी रुकावटें थीं, वे अब नहीं हैं। गुरुवार दोपहर 12 बजे तक आपको पता चल जाएगा कि सभी बाधाएं दूर हो गई हैं। गुरुवार दोपहर तक तस्वीर साफ हो जाएगी।”
शरद पवार और पीएम मोदी की मुलाकात पर क्या बोले संजय राउत
वहीं, दूसरी ओर एनसीपी प्रमुख शरद पवार बुधवार को संसद भवन में पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे। दोनों की मुलाकात किसानों के मुद्दे पर होगी। एनसीपी प्रमुख शरद पवार और पीएम मोदी की मुलाकात पर सवाल खड़े करने वालों को भी संजय राउत ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, “क्या अगर प्रधानमंत्री से कोई मिलता है तो खिचड़ी पकती है? पीएम पूरे देश के हैं। महाराष्ट्र में किसान परेशान हैं। पवार और उद्धव साहब हमेशा किसानों के लिए सोचते हैं।”
‘राज्य की स्थिति के बारे में पीएम को जानकारी दें शरद पवार’
शिवसेना नेता ने कहा, “हमने पवार साहब से अनुरोध किया है कि वे राज्य की स्थिति के बारे में पीएम को जानकारी दें। महाराष्ट्र के सभी सांसद पीएम से मिलेंगे और उन्हें किसानों की स्थिति के बारे में बताएंगे। हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि केंद्र किसानों को अधिकतम संभव सहायता प्रदान करे।” महाराष्ट्र के किसानों के मुद्दे पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार आज संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे इस बात की पुष्टि एनसीपी ने भी की है।
बीजेपीसे 50-50 फॉर्मूले पर सहमति नहीं बनने के बाद शिवसेना ने तोड़ लिया था नाता
बता दें कि इससे पहले शिवसेना ने तीन दशक से अधिक समय तक अपने सहयोगी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से 50-50 फॉर्मूले पर सहमति नहीं बनने के बाद नाता तोड़ लिया था। शिवसेना की मांग थी कि ढाई साल शिवसेना का मुख्यमंत्री होगा और ढाई साल बीजेपी का मुख्यमंत्री बनेगा। बीजेपी ने शिवसेना की इस मांग को सिरे से खारिज कर दिया था कि इस तरह के किसी भी समझौते पर सहयोगी दल के साथ कोई चर्चा नहीं की गई।