नेताओं से मुलाकात के बाद बोलीं ममता- 2019 लोकसभा चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाले हैं
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन दिनों दिल्ली के चार दिवसीय दौरे पर हैं। मंगलवार को ममता ने बीजेपी से नाराज शिवसेना के संजय राउत, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और मीसा भारती समेत कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात की।
ममता बनर्जी ने एनसीपी शिवसेना और राजद के नेताओं के साथ बैठक के बाद कहा कि जब राजनीतिक लोग मिलते हैं तो निश्चित रूप से वे राजनीति पर चर्चा करेंगे, उसमें छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। 2019 के लोकसभा चुनाव निश्चित रूप से बहुत दिलचस्प होंगे।
इस बीच ममता ने अन्य नेताओं से मुलाकात करने की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि वह बुधवार को यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और अन्य नेताओं से भी मुलाकात करेंगी।
When political people meet then of course they will discuss politics, there is nothing to hide in that. The Lok Sabha election of 2019 will certainly be very interesting: West Bengal CM Mamata Banerjee after meeting leaders of NCP, Shiv Sena & RJD pic.twitter.com/V3zBZudP7U
— ANI (@ANI) March 27, 2018
ममता बनर्जी ने राजद सांसद मीसा भारती से भी की मुलाकात-
Delhi: West Bengal CM Mamata Banerjee met RJD MP Misa Bharti in Parliament pic.twitter.com/lqEJVU1riF
— ANI (@ANI) March 27, 2018
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की-
West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee met NCP Chief Sharad Pawar in Delhi pic.twitter.com/WHqJfA7MW0
— ANI (@ANI) March 27, 2018
शिवसेना के सांसद संजय राउत से भी मिलीं ममता बनर्जी-
West Bengal CM Mamata Banerjee met Shiv Sena MP Sanjay Raut in #Delhi. pic.twitter.com/vfofyHGgxZ
— ANI (@ANI) March 27, 2018
वहीं, इस बीच ममता ने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सांसद के.कविता से भी मुलाकात की। कविता तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी हैं।
हालांकि इससे पहले शरद पवार ने मीटिंग को लेकर कहा था कि ममता के साथ कोई मीटिंग और कोई डिनर नहीं है। लेकिन बाद में दोनों नेताओं की मुलाकात हुई। ममता बनर्जी शरद पवार से मिलने के लिए खुद उनके ऑफिस गईं। बता दें कि विपक्षी पार्टियां 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर एक एंटी बीजेपी मोर्चा बनाना चाह रही है।
There is no meeting, there is no dinner: NCP Chief Sharad Pawar on question whether there will be a dinner meeting with West Bengal chief Minister Mamata Banerjee #Delhi pic.twitter.com/Sz6bQfTOJ7
— ANI (@ANI) March 27, 2018
इससे पहले डीएमके नेता कनिमोई, संसद में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस देने वाले वाईएसआर कांग्रेस और बीजेडी के सांसदों ने ममता के ऑफिस में आकर उनसे मुलाकात की। एनडीए सरकार से अलग हुई चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी के सांसद भी ममता से मिले।
सियासी गलियारों में चर्चा इस बात की है कि ममता गैर-बीजेपी, गैर-कांग्रेस थर्ड फ्रंट खड़ा करना चाहती हैं। गुजरात चुनावों के फौरन बाद टीएमसी चीफ ने संकेत दिए थे कि वह राहुल के नेतृत्ववाली कांग्रेस के अधीन नहीं रहना चाहती हैं।
विपक्षी एकजुटता की यह पहल ऐसे समय में हो रही है जब संसद में टीडीपी, कांग्रेस समेत 9 दलों ने मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है। ममता ने इससे पहले कोलकाता से ही चंद्रबाबू से फोन पर बात की थी।