शबाना आजमी बोलीं, भारतीय संविधान के खिलाफ है तीन तलाक
अभिनेत्री और पूर्व राज्यसभा सदस्य शबाना आजमी ने तीन तलाक की व्यवस्था को संविधान के खिलाफ बताया है। उन्होंने तीन तलाक को गैरकानूनी घोषित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बनाए जा रहे प्रस्तावित कानून का स्वागत किया है।
शबाना ने उत्तर प्रदेश के जौनपुर के मोहम्मद हसन डिग्री कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि तीन तलाक मुस्लिम औरतों का शोषण करने के लिए बनाया गया था। यह हमारे संविधान के खिलाफ है। ऐसे में सरकार ने जो कानून बनाया है उसका हम सब स्वागत करते हैं।
उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में 50 से ज्यादा इस्लामी देशों में से 24 मुल्कों ने तीन तलाक को अपनी व्यवस्था से निकालकर बाहर फेंक दिया है और भारत में जो लोग इस पर प्रतिबंध का विरोध कर रहे हैं, वे गलत हैं। भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और संविधान ने यहां सबको अपना हक लेने का अधिकार दिया है। हम वैसा कोई भी कानून बर्दाश्त नहीं कर सकते जिसका इस्तेमाल महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के लिए होता हो।
देश में बलात्कार की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए शबाना ने कहा कि निर्भया कांड के बाद देश की संसद ने दुष्कर्म की वारदात के खिलाफ कानून में बदलाव कर सख्त कानून बनाया था, मगर इसके बावजूद आज जिस तरह से देश में दुष्कर्म की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं, जो चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर लोगों को जागरूक करने की जरूरत है और सरकार को भी चाहिए कि जो भी ऐसे घृणित कार्य में दोषी पाया जाता है उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, जिससे समाज में संदेश जा सके।