यूएन ने कश्मीर को लेकर जताई चिंता, कहा- नागरिकों के अधिकार बहाल करे भारत
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने कश्मीर को लेकर चिंता जाहिर की है। यूएन ने कहा है कि घाटी के लोग अधिकारों से वंचित हैं और हमने भारतीय अधिकारियों से मांग की है कि कश्मीर में नागरिकों के सभी अधिकार बहाल हों। साथ ही यूएन ने यह भी कहा कि कश्मीर में सुधार के लिए भारत ने कई कदम उठाए हैं।
मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त के प्रवक्ता रूपर्ट कोल्विले ने कहा कि हम बहुत चिंतित हैं कि कश्मीर में लोग अधिकारों से वंचित हैं। हम भारत से अधिकारों को पूरी तरह से बहाल करने की अपील करते हैं। जम्मू कश्मीर से 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया गया था। इस फैसले के बाद घाटी में कई पाबंदियां लगाई गईं। फिलहाल, इलाके में सख्ती जारी है।
यूरोपियन यूनियन के सांसदों का दौरा जारी
यूएन की तरफ से यह बयान तब आया है जब यूरोपीय यूनियन के सांसदों का प्रतिनिधिमंडल आज कश्मीर दौरे पर है। यूरोपियन यूनियन के 27 सांसद कश्मीर दौरे पर हैं। यूरोपियन सांसदों का दल आज मंगलवार को श्रीनगर पहुंचा। डेलिगेशन की पहली टीम ने राज्यपाल और उनके सलाहकार से मुलाकात की।
लगातार हो रहे आतंकी हमले
अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही जम्मू कश्मीर में आतंकी सक्रिय हैं। आज यूरोपीय यूनियन के सांसदों के दौरा के बीच पुलवामा में सीआरपीएफ की एक पेट्रोल पार्टी पर आतंकियों ने हमला कर दिया। हमला एक एग्जाम सेंटर के पास हुआ जहां कुछ बच्चे भी फंस गए थे। हमले में कोई घायल नहीं हुआ।
सोमवार यानी 28 अक्टूबर को भी सोपोर में आतंकवादियों ने ग्रेनेड से हमला किया था जिसमें 19 लोग घायल हो गए थे। वहीं दिवाली से एक दिन पहले यानी 26 अक्टूबर को भी श्रीनगर के काकासराए में सीआरपीएफ जवानों पर आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला किया था। ऐसे ही 24 अक्टूबर को एक आतंकी हमला कुलगाम स्थित सीआरपीएफ कैंप पर हुआ था।