कमलेश तिवारी हत्या मामले पर बोले सीएम योगी- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दहशत पैदा करने की शरारत बताया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि विशेष जांच टीम मामले की जांच कर रही है और वह शनिवार शाम को मामले की समीक्षा करेंगे और जो भी इसमें संलिप्त होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘हत्यारे जिस रूप में आए थे, सुरक्षा गार्ड से पूछने के बाद हत्यारे उनके (कमलेश तिवारी) पास बैठे, उनके साथ चाय-जलपान किया और कमलेश तिवारी के सहायक और पुत्र को किसी चीज को खरीदने के लिए बाहर मार्केट भेजा और इसी दौरान उनकी निर्मम हत्या की गई। यह दहशत पैदा करने की एक शरारत है।‘ उन्होंने कहा कि पुलिस की पकड़ से बाहर आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है और विशेष जांच टीम को मामले की जांच सौंपी गई है। उन्होंने जानकारी दी है कि शनिवार शाम को वह पूरे मामले की समीक्षा करेंगे। घटना के बारे में बात करते हुए सीएम ने दावा किया, 'भय और दहशत पैदा करने वाले जो भी तत्व होंगे, सख्ती के साथ उनके मंसूबों को कुचल दिया जाएगा। जो भी इस घटना में संलिप्त होगा, किसी को बख्शा नहीं जाएगा।'
पांच आरोपी हिरासत में
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि मामले में तीन लोगों को गुजरात से और दो लोगों को उत्तर प्रदेश में हिरासत में लिया गया है। बाकी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी चल रही है।
परिजनों ने की एनआईए जांच की मांग
कमलेश तिवारी के परिवार वाले पुलिस द्वारा की गई इन गिरफ्तारियों पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होनें पुलिस की इस कार्रवाई को जल्दबाजी में उठाया कदम बताया और साथ ही कहा कि उन्हें पुलिस पर भरोसा नहीं है। परिजनों ने प्रदेश सरकार से एनएआईए जांच की मांग की।
अधिकारियों के ही अलग-अलग बयानों ने उलझाया मामला
प्रशासन ने कमलेश तिवारी के परिजनों से नौ बिंदुओं पर समझौता किया है, जिसमें मुख्यमंत्री से मुलाकात, सरकारी नौकरी, आर्थिक मदद और एनआईए जांच समेत लखनऊ में एक आवास शामिल है। हालांकि पूरे मामले में पुलिस अधिकारियों के ही अलग-अलग बयानों ने मामले को काफी उलझा दिया है।
डीजीपी ने गुजरात से जोड़े तार
कमलेश तिवारी हत्याकांड में कल अपर मुख्य सचिव गृह ने कहा था कि मामले की जांच निजी रंजिश के आधार पर की जा रही है। जबकि आज डीजीपी ने कहा कि पूरे घटनाक्रम में गुजरात के तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। इसमें यह खुलासा हुआ कि गुजरात के तीनों आरोपियों ने साजिश रची। जिसके बाद यूपी और गुजरात की एटीएस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। सूरत से गिरफ्तार होने वाले तीनों आरोपियों के नाम मोहसिन शेख, फैजान और राशिद अहमद हैं। साथ ही उत्तर प्रदेश से मोहम्मद मुफ्ती नईम काजमी और इमाम मौलाना अनवारुल हक को हिरासत में लिया। डीजीपी ने यह भी कहा कि अब तक इस घटना से कोई आतंकी कोण नहीं जुड़ा है।