पहले से पता था राम मंदिर विवाद में मध्यस्थता की कोशिशें बेकार होंगी: योगी आदित्यनाथ
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मंदिर-मस्जिद विवाद को सुलझाने में मध्यस्थता की कोशिशें बेकार होंगी, यह हमें पहले से पता था। अयोध्या में सीएम ने दिगंबर अखाड़े में राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख संत दिवंगत रामचंद्र दास परमहंस के नाम पर बने गेस्ट हाउस का उद्घाटन किया। योगी ने उस जगह का भी निरीक्षण किया, जहां भगवान राम की प्रतिमा लगाई जानी है।
राम मंदिर निर्माण पर योगी ने कहा, 'हम पहले से जानते थे मंदिर-मस्जिद केस को सुलझाने में मध्यस्थता की कोशिश बेकार होंगी। महाभारत के पहले भी मध्यस्थता की कोशिशें नाकाम रही थीं। अब सुप्रीम कोर्ट में 6 अगस्त से नियमित सुनवाई शुरू हो रही है। उम्मीद है कि अदालत जन भावनाओं का सम्मान करेगी।'
'अयोध्या को पर्यटन के शिखर पर ले जाएंगे'
गेस्ट हाउस का उद्घाटन करने के मौके पर योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'जब देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालु यहां आकर ठहरेंगे तो परमहंस जी के योगदान को याद करेंगे। हम अयोध्या को पर्यटन के शिखर पर ले जाना चाहते हैं। प्रदेश सरकार इसी योजना पर काम कर रही है। कुछ दिनों के बाद बड़ी योजनाएं जमीन पर दिखेंगी। अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव को पूरे विश्व में सराहना मिली है। अब अयोध्या में रामायण काल की झलक दिखाने के लिए म्यूजियम बनाने की योजना पर काम हो रहा है। इसी तरह सरयू तट पर कई बड़ी योजनाएं भी शुरू होने वाली हैं।'
'दुनिया ने जो चीज कहीं नहीं देखी, वह अयोध्या में दिखेगी'
सीएम योगी ने कहा मनु से लेकर इक्ष्वाकु वंश तक का एक ऐसा म्यूजियम यहां बने, जिसके माध्यम से हम भगवान राम के जीवन से जुड़े हुए पूरे पहलुओं को देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत कर सकें, आधुनिक तकनीकी का प्रयोग करते हुए उनकी भव्य आकृति होने के साथ डिजिटल माध्यम से हम उस समय के दृश्यों को साक्षात अनुभव कर सकें, इस भाव के साथ अयोध्या में नए कार्यक्रम की शुरुआत करने की वर्तमान पहल चल रही है। देश और दुनिया में जो चीज नहीं देखने को मिलेगी, वह अयोध्या में आने वाले समय में दिखेगी और अयोध्या ही नहीं अगल-बगल के नौजवानों को भी रोजी और रोजगार मिलेगा।
प्रतिमा स्थल का किया निरीक्षण
इससे पहले योगी ने भगवान राम की विश्व में सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित किए जाने वाले प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया। योगी के आगमन के पहले पुलिस ने राम घाट निवासी अवधेश सिंह को हिरासत में ले लिया। अवधेश सिंह समेत 65 लोगों ने मुआवजे को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। ये लोग योगी से मिलकर उन्हें ज्ञापन देना चाहते थे। सीएम योगी के आने के पहले साकेत महाविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष आभास कृष्ण यादव को भी पुलिस ने नजरबंद कर लिया था।