Advertisement
10 December 2022

यूपीः नवनिर्वाचित रालोद विधायक को खतौली आने से रोका गया, मदन भैया ने कहा- लोकतंत्र खतरे में, यह आपातकाल से भी बदतर

खतौली से राष्ट्रीय लोकदल के नवनिर्वाचित विधायक ने शनिवार को कहा कि जिला प्रशासन ने उन्हें कानून व्यवस्था की स्थिति का हवाला देते हुए खतौली तहसील जाने से रोक दिया। रालोद नेता मदन भैया ने इस घटना को 'लोकतंत्र की हत्या' करार दिया।

विधायक मदन भैया ने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है, यह आपातकाल से भी बदतर है कि जनता के प्रतिनिधि को धन्यवाद देने के लिए अपने लोगों से मिलने नहीं दिया जा रहा है। यह खतौली के लोगों का अपमान है।

खतौली सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम), जीत सिंह ने इस कदम के पीछे जिले में निषेधाज्ञा का हवाला दिया। उऩ्होंने बताया,"कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए मदन भैया को जनसभा में भाग लेने के लिए खतौली जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। यह इस आशंका पर किया गया था कि बैठक में उनके समर्थकों की बड़ी संख्या के जमा होने के कारण शांति भंग हो सकती है।

Advertisement

उन्होंने कहा कि न तो मदन भैया और न ही उनके किसी प्रतिनिधि ने स्थानीय प्रशासन से खतौली में सभा आयोजित करने की अग्रिम अनुमति मांगी थी और वे दो दर्जन से अधिक वाहनों और लगभग 100 आदमियों के काफिले के साथ यहां पहुंचे।

मदन भैया, जिन्होंने हाल ही में खतौली विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में अपने भाजपा प्रतिद्वंद्वी, राजकुमारी सैनी को 22,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया था, अपनी जीत के बाद पहली बार जिले का दौरा कर रहे थे।

रालोद समाजवादी पार्टी की सहयोगी है। उन्होंने कहा, "मैं खतौली के लोगों से मिलने जा रहा था, जिन्होंने मुझे अपना वोट दिया और धन्यवाद देने के लिए मुझे चुना।" रालोद विधायक ने कहा, "जिस तरह से स्थानीय प्रशासन ने मुझे रोका, वह लोकतंत्र की हत्या के समान है। यह पहली बार है कि एक निर्वाचित प्रतिनिधि को अपने निर्वाचन क्षेत्र में जाने से रोका जा रहा है।"

उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस, रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और वरिष्ठ पुलिस और नागरिक प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में उन्हें अपने अन्य समर्थकों के साथ भंगेला चेक पोस्ट पर रोक दिया गया।

मुजफ्फरनगर से स्थानीय भाजपा सांसद और केंद्रीय पशुपालन राज्य मंत्री संजीव बालियान पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ''स्थानीय प्रशासन उनके इशारे पर काम कर रहा है.'' उन्होंने कहा, "मुझे मुजफ्फरनगर के एक निर्वाचित प्रतिनिधि के निर्देश पर रोका गया था, न कि लखनऊ से। मैं इसके बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखूंगा। मेरी पार्टी इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाएगी।"

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
OUTLOOK 10 December, 2022
Advertisement