उत्तरायणी पर्व के सुअवसर पर कैंचीधाम, नैनीताल से प्रदेश में "सांस्कृतिक उत्सव" का हुआ आगाज
नैनीताल के कैंचीधाम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में "सांस्कृतिक उत्सव" का शुभारंभ किया। उन्होंने कैंचीधाम और घोड़ाखाल मंदिर में स्वच्छता अभियान चलाकर जन जन को इस मुहिम से जुड़ने का आह्वान किया।सर्वप्रथम उन्होंने कैंची धाम में श्री राम शिला की साफ सफाई कर पूजा अर्चना की। फिर कैंची धाम मंदिर परिसर में आयोजित श्री राम भजन कार्यक्रम में भी सम्मिलित हुए। रामभक्ति में लीन होकर राम भजनों स्तुति की।
मुख्यमंत्री ने इससे पूर्व कैंची धाम में नीब करौरी बाबा की पूजा अर्चना कर प्रदेश की सुख, समृद्धि, शांति, एवं खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैंचीधाम में आए भक्तों को प्रसाद वितरण किया। साथ ही विभिन्न प्रदेशों से आए लोगों से सरकार की कार्यप्रणाली के बारे में फीडबैक भी लिया। स्वच्छता अभियान में शामिल पर्यावरण मित्रों के कार्यों की सराहना करते हुए उनसे बातचीत की। मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों, स्वयं सहायता समूह, ग्राम प्रधानों एवं पर्यावरण मित्रों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 22 जनवरी का दिन ऐतिहासिक दिन होगा। इस दिन शुभमुहूर्त में रामललला अयोध्या में विराजमान होंगे, जो कि हमारे देश के लिए एक शुभ समय और संकेत है। लंबे वर्षों के इंतजार के बाद रामलला अयोध्या में विराजमान होने जा रहे है। इस उपलक्ष्य पर राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में जन सहभागिता से सांस्कृतिक उत्सव और समस्त धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों पर विशेष साफ सफाई अभियान चलाया जा रहा है।
आने वाले पांच दशकों को ध्यान में रखते हुए कैंची धाम का मास्टर प्लान होगा तैयार।अब कैंची धाम की मान्यता वैश्विक पटल तक पहुंच पहुंच गई है। हर रोज कैंची धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। भक्तों की आस्था, भाव और आने वाले पांच दशकों में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का आकलन करते हुए सरकार कैंची धाम का मास्टर प्लान तैयार कर रही है। कैंची धाम मास्टर प्लान से आने वाले समय में श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिलेगी। धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन बढ़ेगा और सरकार की आर्थिकी सुदृढ़ होगी।