मन की बात में पीएम मोदी ने कहा, शस्त्र और शास्त्र दोनों के उपासक थे वीर सावरकर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विनायक दामोदर सावरकर का व्यक्तित्व विशेषताओं से भरा था। वे शस्त्र और शास्त्र दोनों के उपासक थे। आम तौर पर वीर सावरकर को उनकी बहादुरी और ब्रिटिश राज के खिलाफ उनके संघर्ष के लिए जाना जाता है। लेकिन इसके अलावा के एक ओजस्वी कवि और समाज सुधारक भी थे। जिन्होंने सदा सद्भावना और एकता पर बल दिया।
आकाशवाणी पर मन की बात संबोधन के दौरान रविवार को मोदी ने कहा कि वीर सावरकर के बारे में अटलजी ने कहा था सावरकर माने तेज. सावरकर माने तप, सावरकर माने त्याग, सावरकर माने तत्व, सावरकर माने तर्क, सावरकर माने तारुण्य, सावरकर माने तीर और सावरकर माने तलवार। 28 मई को सावरकर की जयंती है।
प्रकृति के साथ सद्भाव से जुड़ें लोग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपील की कि वे प्रकृति से साथ सद्भाव और उससे जुड़ कर रहें। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति, हमारी परंपरा ने हमें प्रकृति के साथ संघर्ष करना नहीं सिखाया है। गांधी जी ने तो जीवन भर हर कदम इस बात की वकालत की थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आधिकारिक तौर पर पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस के कार्यक्रम की मेजबानी करेगा। जलवायु परिवर्तन को घटाने की दिशा में विश्व में भारत के बढ़ते नेतृत्व को स्वीकृति मिल रही है, यह इसका परिचायक है। इस बार की थीम है ‘प्लास्टिक के प्रदूषण को खत्म करो’।
समाज के सद्भाव को मजबूत करेगा ईद
मोदी ने कहा कि अब से कुछ दिनों बाद लोग चांद की भी प्रतीक्षा करेंगे। चांद दिखाई देने का अर्थ यह है कि ईद मनाई जा सकती है | रमजान के दौरान एक महीने के उपवास के बाद ईद का पर्व जश्न की शुरुआत का प्रतीक है। मुझे विश्वास है कि सभी लोग ईद को पूरे उत्साह से मनायएंगे। इस अवसर पर बच्चों को विशेष तौर पर अच्छी ईदी भी मिलेगी। आशा करता हूं कि ईद का त्योहार हमारे समाज में सद्भाव के बंधन को और मज़बूती प्रदान करेगा।
डी. प्रकाश राव की कड़ी मेहनत को बधाई
प्रधानमंत्री ने कहा कि कल ही मुझे कटक के डी. प्रकाश राव से मिलने का सोभाग्य मिला। श्रीमान् डी. प्रकाश राव पिछले पांच दशक से शहर में चाय बेच रहे हैं। एक मामूली सी चाय बेचने वाला, आज आप जानकर हैरान हो जाएगे 70 से अधिक बच्चों के जीवन में शिक्षा का उजियारा भर रहा है मैं डी. प्रकाश राव की कड़ी मेहनत, उनकी लगन और उन ग़रीब बच्चों के जीवन को नई दिशा देने के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
मोदी ने कहा कि डी प्रकाश राव ने बस्ती और झुग्गियों में रहने वाले बच्चों के लिए ‘आशा आश्वासन’ नाम का एक स्कूल खोला। जिस पर ये ग़रीब चाय वाला अपनी आय का 50% धन उसी में खर्च कर देता है | वे स्कूल में आने वाले सभी बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्य और भोजन की पूरी व्यवस्था करते हैं।
सीकर की बेटियां बनीं मिसाल
उन्होंने कहा कि मैं टी.वी. पर एक कहानी देख रहा था। राजस्थान के सीकर की कच्ची बस्तियों की हमारी ग़रीब बेटियों की। हमारी ये बेटियां, जो कभी कचरा बीनने से लेकर घर-घर मांगने को मजबूर थीं, आज वें सिलाई का काम सीख कर ग़रीबों का तन ढ़कने के लिए कपड़े सिल रही हैं। यहां की बेटियां, आज अपने और अपने परिवार के कपड़ों के अलावा सामान्य से लेकर अच्छे कपड़े तक सिल रही हैं। वे इसके साथ-साथ कौशल विकास का कोर्स भी कर रही हैं। हमारी ये बेटियाँ आज आत्मनिर्भर बनी हैं।
बीएसएफ का कार्य प्रशंसनीय
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों ‘स्वच्छ गंगा अभियान’ के तहत बीएसएफ के एक ग्रुप ने माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की और वहां से ढेर सारा कूड़ा अपने साथ नीचे लाई। यह कार्य प्रशंसनीय तो है ही साथ-ही यह स्वच्छता के प्रति, पर्यावरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
जोखिम से ही पैदा होता है विकास
मोदी ने कहा कि अगर हम मानव जाति की विकास यात्रा देखें तो पाएगे कि किसी-न-किसी जोखिम की कोख में ही प्रगति पैदा हुई है। विकास जोखिम की गोद में ही तो जन्म लेता है। कुछ लीक से हटकर कर गुजरने का इरादा, कुछ असाधारण करने का भाव,इनसे युगों तक,कोटि-कोटि लोगों को प्रेरणा मिलती रहती है।
योग की विरासत को आगे बढ़ाएं देशवासी
पीएन ने कहा कि मैं सभी देशवासियों से अपील करता हूं कि वे योग की अपनी विरासत को आगे बढ़ाएं और एक स्वस्थ, खुशहाल और सद्भावपूर्ण राष्ट्र का निर्माण करें। संपूर्ण विश्व के लिए 21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है और ये सर्व-स्वीकृत हो चुका है। महीनों पहले इसकी तैयारियां शुरू हो जाती हैं।