अमित शाह ने ममता बनर्जी को लिखा पत्र, कहा- प्रवासियों के लिए ट्रेनों की अनुमति नहीं देना 'अन्याय'
केंद्र सरकार और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच कई मुद्दों पर तनातनी देखने को मिलती रहती है। अब प्रवासी मजदूरों को लेकर दोनों आमने-सामने आ गए हैं। जहां कई राज्य सरकारें प्रवासी मजदूरों के लिए राज्य सरकारें विशेष ट्रेनों का संचालन कर रही हैं। वहीं बंगाल सरकार ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है। जिसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखा है।
केंद्र को बंगाल सरकार से अपेक्षित समर्थन नहीं मिल रहा है
अमित शाह ने शनिवार को ममता बनर्जी को फंसे हुए मजदूरों और प्रवासियों को लेकर लिखे पत्र में कहा कि प्रवासी श्रमिकों की वापसी को लेकर केंद्र को बंगाल सरकार से अपेक्षित समर्थन नहीं मिल रहा है। अपने पत्र में गृहमंत्री अमित शाह ने बंगाल सरकार पर आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की राज्य सरकार पश्चिम बंगाल तक पहुंचने वाली ट्रेनों की अनुमति नहीं दे रही है। यह पश्चिम बंगाल के प्रवासी मजदूरों के साथ अन्याय है।
केंद्र ने दो लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाया
केंद्र सरकार द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों से विभिन्न स्थानों पर प्रवासी श्रमिकों के परिवहन की सुविधा के लिए चलाई जा रही 'श्रमिक स्पेशल' ट्रेनों का उल्लेख करते हुए, गृह मंत्री ने पत्र में कहा कि केंद्र ने दो लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचने की सुविधा प्रदान की है घर। उन्होंने इस संबंध में बंगाल सरकार को चेताया कि असहयोग से प्रवासियों के लिए और अधिक कठिनाई पैदा करेगा।
शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल से प्रवासी कार्यकर्ता भी घर पहुंचने के लिए उत्सुक हैं और केंद्र सरकार भी ट्रेन सेवाओं की सुविधा प्रदान कर रही है।
पश्चिम बंगाल में 1678 कोरोना पीड़ित
बता दें कि पश्चिम बंगाल में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच हालात बिगड़ते जा रहे हैं। हर दिन बड़ी संख्या में कोरोना के नए मामले सामने आने के साथ कंटेनमेंट जोन की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। सोमवार तक पूरे बंगाल में कुल कंटेनमेंट जोन की संख्या 516 थी जो शुक्रवार तक बढ़कर 561 हो गई है।
पश्चिम बंगाल में शुक्रवार तक कोरोना पीड़ितों की संख्या 1678 हो गई थी, जिनमें 160 की मौत हुई है जबकि 1195 एक्टिव केस हैं। राज्य में पिछले कुछ दिनों में कोरोना की जांच की रफ्तार भी बढ़ी है। अब हर दिन 2500 से 3000 सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं जिसके बाद बड़ी संख्या में नए मामलों का भी पता चल रहा है।