कौन हैं सीएम केजरीवाल के पीए विभव पटेल? जिसके ऊपर मालीवाल ने लगाए हैं मारपीट के आरोप?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक विभव पटेल एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए जब पूर्व महिला आयोग की अध्यक्ष और वर्तमान में आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने उनके ऊपर मारपीट करने का आरोप लगा दिया। इससे पहले भी विभव पटेल का नाम अक्सर सुर्खियों में बना रहा है।
विभव पर आरोप है कि कथित शराब घोटाले मामले में अंतरिम जमानत पर बाहर आए केजरीवाल से मिलने आईं मालीवाल को रोक दिया गया। जिसके बाद मालीवाल सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन गईं लेकिन बगैर शिकायत दर्ज कराए लौट आईं।
डीसीपी (उत्तर) मनोज मीना ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, “सिविल लाइंस पुलिस को सुबह 9:34 बजे एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें एक महिला ने दावा किया कि सीएम आवास में उसके ऊपर हमला हुआ है। कुछ देर बाद सांसद मैडम (मालीवाल) ने सिविल लाइन थाने का दौरा किया। हालाँकि, वह यह कहकर तुरंत चली गईं कि वह बाद में शिकायत दर्ज करेंगी”।
कौन हैं विभव पटेल?
केजरीवाल के निजी सहायक विभव पटेल, एक्साइज पॉलिसी नीति से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के अलावा दिल्ली जल बोर्ड में कथित अनियमितताओं के मामले में ईडी का सामना कर रहे हैं।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, फरवरी में, ईडी ने 12 स्थानों पर छापे मारे थे, जिनमें विभव पटेल और आप विधायक एनडी गुप्ता से जुड़े लोग भी शामिल थे। पिछले महीने जांच एजेंसी ने एक्साइज पॉलिसी के मामले में बिभव पटेल से पूछताछ की थी। कथित तौर पर यह कहा गया कि उनसे एक्साइज पॉलिसी जांच में कुछ दस्तावेजों के संबंध में स्पष्टीकरण मांगने के लिए पूछताछ की गई थी।
वहीं 2007 में भी विभव का नाम विवादों के साथ जुड़ा था जब विजिलेंस विभाग ने उनके खिलाफ कार्रवाई की थी। विशेष सचिव वाईवीवीजे राजशेखर ने 10 अप्रैल, 2024 को एक आदेश पारित किया था जिसमें 2007 के मामले का हवाला देकर उन्हें बर्खास्त किया गया था। उसमें विभव पर सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगा था।
आपको बता दें कि बीते अप्रैल में दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति 2021-22 से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय ने विभव कुमार और आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक से पूछताछ की थी। इससे पहले फरवरी में भी ईडी ने विभव से पूछताछ की थी साथ ही धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत उनके बयान भी दर्ज किए गए थे। 2017 में भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने कथित टैंकर घोटाले में भी विभव पटेल से पूछताछ की थी।